श्री काशी विश्वनाथ धाम में संस्कृति संसद संत समागम का शुभारंभ, कारसेवकों की आत्मा की शांति को होगा यज्ञ
वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम में तीन दिवसीय संस्कृति संसद का शुभारंभ गुरुवार को हुआ। शंकराचार्य के नेतृत्व में सैकड़ों मंडलेश्वर, महामंडलेश्वर व संत इस आयोजन में भाग लेने पहुंचे। इसमें श्रीराम जन्म भूमि आंदोलन में जान गंवाने वाले कारसेवकों की आत्मा की शांति के लिए यज्ञ होगा। वहीं महारुद्राभिषेक कराया जाएगा।
काशी में तीन दिवसीय संस्कृति संसद व संत समागम का आयोजन हो रहा है। इसमें देश भर से संत जुटे हैं। तीन दिवसीय आयोजन में पहले दिन श्री काशी विश्वनाथ धाम में महा रुद्राभिषेक का आयोजन किया जाएगा। महंत जितेंद्र आनंद स्वामी ने बताया कि श्री राम जन्मभूमि के निर्माण को लेकर जितने भी कारसेवकों के ऊपर गोलियां चली थीं, उनकी आत्मा की शांति के लिए यज्ञ किया जाएगा। वहीं राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के उद्घाटन से उनकी आत्मा को शांति मिलेगी।
बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी से राम जन्मभूमि आंदोलन को धार देने वाले उन तमाम मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई, जिन्होंने आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाई थी। सबसे बड़ी बात यह है कि इस आंदोलन में जान गवाने वाले लोगों को शहीदों का दर्जा देते हुए बड़ी संख्या में काशी पहुंचे साधु संतों ने पहले मां गंगा का आचमन कर संकल्प लिया और उसके बाद विश्वनाथ मंदिर में पहुंचकर विधिवत दर्शन पूजन करते हुए अनुष्ठान और रुद्राभिषेक संपन्न कराया।
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