आधुनिक और आत्मनिर्भर बनेगा संस्कृत विश्वविद्यालय, विश्वविद्यालय के भवनों को गोद ले रहे उद्योगपति
Apr 18, 2023, 14:26 IST

वाराणसी। सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय को आत्मनिर्भर और आधुनिक ढांचे में बनाए जाने को लेकर कुलपति हरे राम त्रिपाठी की अध्यक्षता में मंगलवार को उद्योगपतियों के साथ बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में विश्वविद्यालय के आर्थिक ढांचे एवं सम्पूर्ण परिसर के उद्धार के लिये वाराणसी के प्रसिद्ध उद्योगपतियों और समाज सेवकों के साथ गहन मंथन किया गया। गत दिनो प्रधानमंत्री जी के परिसर भ्रमण कर इसके ऐतिहासिक दृष्टि के अवलोकन करने पर भी मंथन किया गया।

उद्योगपतियों और समाजसेवियों के साथ हुए बैठक को लेकर कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी ने बताया कि उद्योगपतियों ने विश्वविद्यालय को आत्मनिर्भर बनाने के दृष्टि प्रसिद्ध वास्तुविद ई.आर.सी. जैन ने पहल करते हुये शताब्दी भवन को गोंद लेकर आधुनिक माडल से उच्च स्तरीय अतिथि गृह बनाया जायेगा।इससे विश्वविद्यालय की आर्थिक स्थिति सुदृढ होगी साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में भी बढावा मिलेगा। कुलपति प्रो त्रिपाठी ने बताया कि यहां के परिसर स्थित विभिन्न उद्यानों/पार्कों को उच्चस्तरीय एवँ आधुनिक रूप से तैयार करने के भी उद्योगपतियों ने हाथ बढ़ाया है साथ ही कुछ और स्थलों का चिन्हिकरण कर पार्क या उद्यान के रूप में विकसित किया जायेगा।इसे आधुनिक माडल के साथ दुर्लभ प्रकार के पुष्प-पल्लव को रोपित कर काशी के भव्यता में एक नवीन आयाम मे परिवर्तन किया जायेगा।

ज्ञातव्य हो कि विश्वविद्यालय का परिसर 233 वर्षो का है। पूर्व में यहां के उद्यान और पार्क की भव्यता सम्पूर्ण देश मे प्रसिद्ध रही है, किन्तु वर्तमान में आर्थिक स्थिति जर्जर होने से आधुनिक समय के अनुसार इसे ठीक से व्यवस्थित नहीं किया जा सका।परिसर स्थित अत्यंत प्राचीन पंच मन्दिर को आधुनिक भव्यता के साथ तथा पर्यटन के दृष्टि में आधुनिक भव्य गेट और मन्दिर परिसर को तैयार करने पर गहन मंत्रणा हुई। जिसके लिये सभी लोगों के प्रत्येक स्तर पर सहयोग करने के लिये अपने हाथ बढाये। बैठक मे सभी सदस्यों ने एक मत से कहा कि काशी मे स्थित देववाणी माता का यह मन्दिर को सँजोना सभी कर्तव्य और पूजा है,इसलिये हम सभी विश्वविद्यालय के प्रत्येक कार्य में सहयोगी होंगे।
कुलपति प्रो हरेराम त्रिपाठी ने बताया कि गत दिनों उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल एवँ कुलाधिपति श्रीमती आनन्दीबेन पटेल ने स्थानीय उद्योगपतियों को विश्वविद्यालय के भवनों के जीर्णोद्धार के लिये सहयोग देने की बात कही थी उसी क्रम मे यह अनूठा पहल है। वही दिनों देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के परिसर मे आकस्मिक भ्रमण एवँ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी के संस्कृत को बढावा देने की दृष्टि में सभी उद्योगपतियों एवँ सामजिक संगठनों ने भी सहयोग के लिये हाथ बढ़ाया है। संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी का परिसर 233 वर्ष पुराना और ऐतिहासिक है, यहां ऐतिहासिक परिसर एवँ भवनों के जीर्णोद्धार के लिये कारपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR सीएसआर) फण्ड के अन्तर्गत देश के प्रसिद्ध उद्योगपतियों एवँ संस्थानों से सहयोग की अपील की गयी है। बैठक में मुख्य रूप से वास्तुविद ई आरसी जैन,अशोक अग्रवाल,डॉ मृदुल मिश्र, वेद अग्रवाल, जय शंकर शर्मा, विन्ध्याचल आदि उपस्थित थे।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।