संकट मोचन संगीत समारोह : हनुमत दरबार में सुरों की साधना, रतिकांत महापात्रा का ओडिसी नृत्य और साजन मिश्र से राग भैरवी सुन मंत्रमुग्ध हुए भक्त
वाराणसी। काशी के सबसे बड़े संकटमोचन संगीत समारोह (Sankat mochan sangeet samaroh) की शुरूआत शनिवार की शाम हुई। देश के चोटी के संगीतज्ञ छह दिनों तक हनुमत दरबार में सुरों की साधना करेंगे। समारोह में रतिकांत महापात्रा (Ratinakt mahapatra) ने ओडिसी (odissi dance) नृत्य से समा बांधा। वहीं रविवार की भोर में पद्मभूषण (padmabhushan Pandit Sajan mishra) साजन मिश्र से राग भैरवी (Raag Bhairavi) की बंदिश सुनकर भक्त मंत्रमुग्ध हो गए।
पं. रतिकांत महापात्रा के ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति दी। निशा के चारों प्रहर में संगीत के आरोह-अवरोह के साथ आनंद की वर्षा होती रही। चौथे प्रहर में पंडित साजन मिश्र अपने पुत्र स्वरांश मिश्र और संगतकारों के साथ मंच पर पहुंचे। उन्होंने एक ताल व तीन ताल में क्लासिकल बंदिशों से संकटमोचन दरबार में हाजिरी लगाई। उन्होंने राग भैरवी से अपनी प्रस्तुतियों की शुरुआत की। इसके साथ ही भोर में झपकी ले रहे दर्शक भी चैतन्य हो गए। उन्होंने अपनी प्रस्तुतियों से हनुमत भक्तों को मगन कर दिया। उनके साथ तबले (Tabla) पर संगत पंडित शुभ महाराज (Pandit Shubh maharaj) ने की।
दर्शकों में दिखा उत्साह
संकटमोचन संगीत समारोह को लेकर हनुमत भक्तों व दर्शकों में खासा उत्साह दिखा। शाम से ही दर्शक धीरे-धीरे जुटने लगे थे। देसी-विदेशी भक्त गीत-संगीत की इस धारा में गोता लगाने के लिए पूरी रात जमे रहे।
पहली निशा में सात प्रस्तुतियां
संकटमोचन संगीत समारोह की पहली निशा में सात प्रस्तुतियां हुईं। इलेक्ट्रानिक सिंथेसाइजर की-बोर्ड पर प्रयागराज के विजय चंद्रा ने जोरदार प्रस्तुति दी। बिना रुके 20 मिनट तक की-बोर्ड और तबले के संगतकारों ने समा बांध दिया।
आज इन कलाकारों की प्रस्तुति
पंडित यू, राजेश मैलोडियन, पंडित शिवमणि का ड्रम (Pandit Shivamani), बीना नेहुल मेहता कूचीपुड़ी, पंडित विश्वमोहन भट्ट मोहनवीणा (pandit Vishvamohan Bhatta), सलील भट्ट, हिमांशु महंत तबला, अजय पोहनकर गायन, पं. अभिषेक मिश्र तबला, पं. धर्मनाथ मिश्र संवादिनी, विनायक सहायक सारंगी, प्रभाकर कश्यप गायन, दिवाकर कश्यप गायन, सुररंजन मुखर्जी सरोद, पं. समर साहा तबला, पं. नीरज पारिख गायन, अंशुल प्रताप सिंह तबला, मोहित साहनी संवादिनी पर प्रस्तुति देंगे।
हनुमान जी के 201 स्वरूपों के दर्शन
संकटमोचन संगीत समारोह का ही एक हिस्सा कला वीथिका है, जिसमें हनुमत प्रभु के विविध रूपों की तस्वीरें लगाई गई हैं। इस बार हनुमान जी के 201 स्वरूपों के दर्शन मिल रहे हैं। यह कला प्रदर्शनी भी दो मई तक चलेगी।
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