काशी और मथुरा के बीच सनातन नवाचार, भगवान के लिए विशेष उपहारों का आदान-प्रदान, लड्डू गोपाल के ओर से काशीपुराधिपति को भेजी गई विशेष सामग्री
वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास और श्री कृष्ण जन्मस्थान मथुरा के बीच एक नई आध्यात्मिक पहल की शुरुआत की गई है। इस नवाचार के तहत रंगभरी एकादशी से पहले दोनों तीर्थस्थलों के आराध्य देवताओं के लिए विशेष उपहार सामग्री का आदान-प्रदान किया गया। यह अभिनव परंपरा दोनों तीर्थ स्थलों के बीच श्रद्धा और भक्ति का एक नया सेतु बना रही है।

शनिवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम से भगवान विश्वनाथ द्वारा मथुरा श्री कृष्ण जन्मभूमि स्थित भगवान लड्डू गोपाल के लिए एक विशेष उपहार सामग्री भेजी गई। इसी तरह, श्री कृष्ण जन्मस्थान, मथुरा से भगवान लड्डू गोपाल द्वारा श्री काशी विश्वनाथ को भेंट भेजी गई।

इस अद्भुत पहल के पीछे श्री काशी विश्वनाथ महादेव की प्रेरणा मानी जा रही है। इस नवाचार को मूर्त रूप देने के लिए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण ने श्री कृष्ण जन्मस्थान मथुरा के सचिव कपिल शर्मा और गोपेश्वर चतुर्वेदी से चर्चा की थी। इसे मथुरा के अधिकारियों ने भी सहर्ष समर्थन दिया।

इस नवाचार के अंतर्गत शनिवार को विधिपूर्वक भगवान विश्वेश्वर को अर्पित उपहार सामग्री के बाद पूरे धूमधाम के साथ श्री लड्डू गोपाल के लिए उपहार सामग्री रवाना की गई। इस कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिलेश कुमार मिश्र, डिप्टी कलेक्टर शम्भू शरण, विशेषकार्याधिकारी उमेश कुमार सिंह, नायब तहसीलदार मिनी एल शेखर सहित अनेक अधिकारी और मंदिर न्यास के सदस्य उपस्थित रहे।

इसी प्रकार, श्री कृष्ण जन्मस्थान मथुरा से भी शनिवार को ही भगवान काशी विश्वनाथ के लिए उपहार सामग्री भेजी गई, जो पूरे समारोह के साथ रवाना हुई।

काशी और मथुरा दोनों ही मोक्षदायिनी नगरी मानी जाती हैं। इन दोनों तीर्थस्थलों के बीच श्रद्धा और भक्ति का यह अभिनव आदान-प्रदान एक नई आध्यात्मिक परंपरा की शुरुआत कर रहा है, जिसे रंगभरी एकादशी और होली के पर्व के अवसर पर विशेष रूप से सम्मिलित किया गया है।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, रंगभरी एकादशी की कथा भगवान श्री कृष्ण ने स्वयं राधा रानी को सुनाई थी, और तभी से यह पर्व मनाया जाता है। काशी विश्वनाथ धाम में भी रंगभरी एकादशी बड़े धूमधाम से मनाई जाती है, जिसका न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक और वैश्विक महत्व भी है।

भक्तों को मिलेगा विशेष प्रसाद
इस भव्य आयोजन के तहत, दोनों धामों में भक्तों को भगवान के लिए भेजे गए उपहारों का प्रसाद वितरित किया जाएगा।

श्री कृष्ण जन्मस्थान, मथुरा से भेजे गए रंग, अबीर और गुलाल का उपयोग काशी विश्वनाथ धाम में रंगभरी एकादशी और होली पर किया जाएगा। इसी प्रकार, श्री काशी विश्वनाथ धाम से भेजी गई सामग्री का उपयोग मथुरा में भगवान लड्डू गोपाल की होली में किया जाएगा।

समारोहपूर्वक होगा उपहार ग्रहण
श्री काशी विश्वनाथ धाम में मथुरा से प्राप्त भेंट सामग्री को रविवार को प्रातः 6:30 बजे समारोहपूर्वक भगवान विश्वनाथ को समर्पित किया जाएगा। इसी तरह, मथुरा में भी काशी से प्राप्त उपहार सामग्री को रविवार को प्रातः 9:00 बजे भगवान लड्डू गोपाल के समक्ष अर्पित किया जाएगा।


