सपा ने पीएम मोदी के खिलाफ लगाया विवादित पोस्टर, अखिलेश को बताया ‘श्री कृष्ण’, पुलिस कमिश्नर से हुई शिकायत

यह पोस्टर लोहिया वाहिनी की ओर से जारी किया गया है। पोस्टर पर लिखा गया संदेश भाजपा पर सीधा हमला करता है— "गाय, गंगा, गीता का ढोंग रचाने वाले अब गौशाला और गोबर की बात कर रहे हैं!"
पोस्टर जारी करने वाले सपा नेता संदीप मिश्रा ने भाजपा पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में गंगा नदी की स्थिति दयनीय हो चुकी है। जलस्तर गिरने से रेत के टापू उभर आए हैं, और गंगा सूखने की कगार पर है। इसके अलावा, उन्होंने सरकारी गौशालाओं की दुर्दशा पर भी सवाल उठाए। उनका कहना था कि गौशालाओं में गायें भूख-प्यास से मर रही हैं, दुर्गंध फैली हुई है, लेकिन भाजपा नेता केवल 'गाय-गंगा' की बात कर रहे हैं। सपा नेता ने भाजपा को 'दिखावटी' करार देते हुए कहा कि भाजपा के लोग अपने घरों में पालतू कुत्ते रखते हैं, जबकि समाजवादी गाय पालकर गौसेवा करते हैं।
पुलिस कमिश्नर से हुई शिकायत
इस विवादित पोस्टर को लेकर अब कानूनी कार्रवाई की मांग भी उठने लगी है। अधिवक्ता श्रीपति मिश्र ने वाराणसी के पुलिस कमिश्नर को पत्र देकर सपा नेताओं के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस पोस्टर में हिंदू देवी-देवताओं के स्वरूप का राजनीतिक उद्देश्यों के लिए दुरुपयोग किया गया है, जो आपत्तिजनक है। उन्होंने इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है। पुलिस कमिश्नर ने इस शिकायत पर संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
ये है पूरा मामला
यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब कन्नौज में अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए बयान दिया था कि भाजपा को दुर्गंध पसंद है, इसलिए वे गौशालाएं बना रहे हैं, जबकि समाजवादी सुगंध के प्रेमी हैं, इसीलिए वे इत्र पार्क बना रहे हैं। इस बयान के बाद भाजपा ने सपा को सनातन संस्कृति विरोधी बताया, जिससे दोनों दलों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई।