बीएचयू में पीएचडी परीक्षा में अनियमितता के विरोध में प्रदर्शनरत छात्र से मिलीं सपा विधायक रागिनी सोनकर, विधानसभा में मुद्दा उठाने का दिया आश्वासन

वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कुलपति आवास के बाहर पीएचडी प्रवेश परीक्षा में अनियमितता के विरोध में शिवम सोनकर नामक छात्र धरने पर बैठा है। सात दिनों से जारी इस प्रदर्शन को लेकर गुरुवार को मछलीशहर विधानसभा, जौनपुर की विधायक डॉ. रागिनी सोनकर ने शिवम से मुलाकात की और उसके साथ जमीन पर बैठकर बातचीत की।
विधायक ने छात्र की आपत्ति सुनी और बीएचयू प्रशासन के रवैये की आलोचना की। उन्होंने कहा कि शिवम सोनकर ने पीएचडी प्रवेश परीक्षा में कड़ी मेहनत कर दूसरा स्थान प्राप्त किया है, लेकिन इसके बावजूद उसे प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बीएचयू प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि विश्वविद्यालय ने अपनी गलती छिपाने के लिए छात्र की अनदेखी की है और कुलपति समेत कोई भी अधिकारी उससे मिलने तक नहीं आया।
रागिनी सोनकर ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मौजूदा शासन दलितों, पिछड़ों, युवाओं और महिलाओं के भविष्य को लेकर बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं है। उन्होंने कहा कि शिवम जैसे मेधावी छात्रों की आवाज दबाई जा रही है, जबकि यह प्रशासन का कर्तव्य है कि वे छात्रों से संवाद करें और उनकी समस्याओं का समाधान निकालें।
विधायक ने आश्वासन दिया कि वह इस मामले को विधानसभा में उठाएंगी और बीएचयू प्रशासन को जवाबदेह बनाएंगी। उन्होंने कहा कि यह केवल शिवम का मामला नहीं है, बल्कि देशभर में कई होनहार छात्र ऐसे अन्याय का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप करने और छात्र की समस्या का समाधान निकालने की मांग की।