BHU व उससे सम्बद्ध कॉलेज में नियुक्ति में धांधली ! कैंपस में जगह-जगह लगे पोस्टर, तीन प्रोफेसर पर उठाए गए सवाल
क्या लिखा है पोस्टर में
बीएचयू (BHU) और इससे सम्बद्ध पीजी कॉलेजो जैसे डीएवी, आर्य महिला, वसंता कॉलेज प्रोफेसर व कार्मचारियों के चयन में धांधली व दलाली का मुद्दा। पोस्टर में बताया गया है कि काफी वर्षों से इस विश्वविद्यालय व इससे सम्बद्ध महाविद्यालयों में ऐसे दलाल व सेटरबाज लोगों का वर्चस्व कायम है। ये लोग न जाने अब तक कितने ऐसे योग्यता परक विद्यार्थियों व उम्मीदवारों के भविष्य को बर्बाद कर चुके हैं, और आज भी बर्बाद कर रहे हैं। इन लोगों के वर्चस्व की आज भी ये देन है कि गाँव, किसान, मजदूर व मध्यम वर्गीय परिवार के योग्यता परक विद्यार्थियों व उम्मीदवारों का चयन उच्च शिक्षा के पदों व अन्य कर्मचारी पदों पर निष्पक्ष रूप से होना असम्भव हैं।
आगे लिखा है कि ये लोग स्थायी पदों के साथ ही अस्थायी पदों पर भी अपने वर्चस्व की वजह से हस्तक्षेप करते हैं। और भाई-भतीजावाद व पैसे वाले धनवान परिवारों के उम्मीदवारो का चयन अपने फायदे के हिसाब से कराते रहते हैं। आज भी इनकी पहुँच शासन सत्ता व विश्वविद्यालय के सर्वोच्च पदों पर बैठे VC, डायरेक्टर, विश्वविद्यालय से सम्बद्ध सभी कॉलेजो के प्रबंधको, प्रचार्यो व सर्वोच्च अधिकारियों से रहता है। इसमें इनकी अपराधियों वाली छवि व रसूखदारो तक पहुँच इनके लिए मदद की भूमिका अदा करती हैं।
इसी का उदाहरण देते हुए हम सभी वर्तमान समय में विश्वविद्यालय से सम्बद्ध पीजी कॉलेजो के पदो पर भ्रष्ट लोगों के चयन होने की प्रक्रिया को उजागर कर रहे हैं। बीएचयू से सम्बद्ध डीएवी पीजी कॉलेज में अस्थायी शिक्षकों की नियुक्ति से दे रहे हैं। जिसमें अनेक संकायों के विषयों की सीटो की वैकेन्सी वर्तमान समय में विज्ञापन संख्या 04/2024/DAV P।G।/GF निकाली गयी हैं। जैसे 1 हिन्दी, 2. साइकोलॉजी, 3. फिलोसोफी, 4. प्राचीन इतिहास, 5. संस्कृत, 6. उर्दू, 7. समाजशास्त्र, 8. राजनीतिशास्त्र 9 इतिहास आदि निम्न विषयों में शिक्षक भर्तियों के लिए चयन की प्रक्रिया व साक्षात्कार चल रहा हैं, जिसमें योग्यता परक व कुशल विद्यार्थियों की अनदेखी का सिलसिला इन तथा कथिक दलालों के वर्चस्व के द्वारा आज भी कायम हैं। जिसमें हम समाजशास्त्र और इतिहास विषय की चयन प्रक्रिया जिसका साक्षात्कार (दिनांक-23/08/2024 को किया गया) जिसका उदाहरण यहाँ हम प्रस्तुत कर रहें हैं।
पोस्टर में बताया गया है कि सामाजिक विज्ञान संकाय की संकाय प्रमुख वृन्दा प्रांजपे के चहेते व समाज शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो। ओमप्रकाश भारती के भाई सत्यप्रकाश भारती की नियुक्ति एनकेन प्रकारेण करने की तैयारी कर ली गयी हैं। जिसमें संकाय प्रमुख, समाजशास्त्र के साक्षात्कार कमेटी (जिसमे डीन, एच।ओ।डी।, प्रो। आर।एन। त्रिपाठी, प्रो। विपिन कुमार व डी।ए।वी। के प्रचार्या सत्य गोपाल जी के द्वारा अनेक योग्य विद्यार्थियों व उम्मीदवारों की अनदेखी करके मनमानी कि जा रही है, जिसका प्रमाण सम्बंधित विषय का परिणाम आने पर स्वतः ही सिद्ध हो जायेगा) । ऐसा ही अन्य विषयों में भी मनमाने ढंग से चयन प्रक्रिया का कार्य किया जा रहा है। जिसका संज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति, यूजीसी व शिक्षा मंत्रालय को अवश्य ही लेना चाहिए।
विश्वविद्यालय में रविवार की देर शाम बीस से अधिक जगहों पर पोस्टर लगाए गए हैं। इसमें एक पूर्व कुलपति, एक पूर्व प्राचार्य के साथ ही एक प्रोफेसर की तस्वीर भी है। पोस्टर में विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध डीएवी पीजी कॉलेज, आर्य महिला पीजी कॉलेज, वसंता कॉलेज का नाम लिखा है।
इस बारे में बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर प्रो. शिवप्रकाश सिंह ने बताया कि पोस्टर चस्पा करवाए जाने की जानकारी मिलने के बाद प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम को भेजा गया। जिन जगहों पर पोस्टर लगाए गए हैं, उसके आसपास लगे सीसीटीवी को खंगलवाया जा रहा है। जिससे कि ऐसा करने वालों की पहचान हो सके।
दर्जन भर से अधिक जगहों पर लगाया गया है पोस्टर
बीएचयू कैंपस में या पोस्ट लगभग दर्जन भर से अधिक स्थानों पर लगाए गए हैं। जो इस समय लोगों के लिए कुथल का विषय बना हुआ है। फैक्टोरियल बोर्ड की टीम सक्रिय हो गई है और लगाए गए पोस्टरों को हटाने में जुट गई है। फिलहाल अभी पता नहीं लगाया जा सका है कि यह पोस्टर किसने लगाया और कब लगाया है।
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