स्वास्थ्य विभाग के दावों की हकीकत : चिरईगांव स्वास्थ्य केंद्र पर जमीन पर बैठी मिलीं गर्भवती महिलाएं

cheraigawan

रिपोर्टर-अनामिका 

सुरक्षित मातृत्व  दिवस पर 184 गर्भवती महिलाओं की हुई जांच, लेकिन नही दिया गया नाश्ता

वाराणसी। चिरईगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चिरईगांव पर सुरक्षित मातृत्व दिवस मंगलवार को 184 गर्भवती  महिलाओं की जांच तो की गयी लेकिन  इस चिलचिलाती धूप में उनके बैठने तक की व्यवस्था नहीं थी। इतना ही नहीं विभाग की ओर से अनुमन्य उनको दिये जाने वाले नाश्ते तक की व्यवस्था तक नहीं की गयी थी। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा व्यवस्था में सुधार के शासन और प्रशासन के दावों की हकीकत स्वास्थ्य केंद्र पर देखने को मिली। पूछने पर अधिकारी जवाब नही दे पा रहे हैं।

शिशु मृत्यु दर कम करने के उद्देश्य से अब महीने में चार बार सुरक्षित मातृत्व दिवस का आयोजन किया जा रहा है। उसी के तहत पीएचसी चिरईगांव पर आयी गर्भवती महिलाओं की बीपी, शुगर, एचआईवी, हिमोग्लोबीन आदि की जांच की गयी। इसमें 34 हाईरिस्क प्रेग्नेंट और 15 को जिला मण्डलीय चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। जांच कराने आयी बभनपुरा की गर्भवती रिंकू, सिंहवार की शशिकला, मुस्तफाबाद की गीता और उकथी की पूजा का कहना है कि दस बजे ही पीएचसी पर आ गयी थीं। लेकिन यहां बैठने तक की कोई व्यवस्था नहीं थी और नहीं कुछ खाने को मिला। जमीन पर बैठकर अपनी बारी की प्रतीक्षा करती रहीं।

इस बाबत पीएचसी प्रभारी चिरईगांव डा. अमित कुमार सिंह का कहना है कि बैठने की व्यवस्था कराने के लिए सीएमओ को पत्र भेजा गया है। नाश्ता नहीं देने के बारे में पूछने पर बोले कि मीटिंग में व्यस्त थे। इसलिए नहीं हो पाया।
 

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