Ramotsav 2024 : राममय हुई शिव की काशी, दीपों की रोशनी से जगमगाएंगे घाट और मंदिर, मां गंगा की होगी महाआरती
वाराणसी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व शिव की नगरी काशी राम मय हो गई है। चारों तरफ रामधुन गूंज रही। वहीं बाजार भगवा ध्वज व राम के सामानों से पट गया है। सोमवार को रामलला भव्य राम मंदिर में विराजमान होंगे। इस दिन काशी के मंदिरों में विशेष अनुष्ठान, रामचरित मानस पाठ होगा। वहीं 51 लाख दीयों की रोशनी से काशी जगमग हो उठेगी। गंगा में फ्री वोटिंग कराई जाएगी। इसके अलावा तमाम कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
प्राण प्रतिष्ठा के दिन 51 ब्राह्मण श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में वेद पारायण करेंगे। शहर के 51 चौराहों पर एईडी स्क्रीन पर राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का लाइव प्रसारण किया जाएगा। सड़कों पर शोभायात्रा निकलेगी। मां गंगा की महाआरती की जाएगी। गंगा में नावों की भव्य राम शोभायात्रा निकाली जाएगी। वहीं काशीवासियों व सैलानियों को नाविक फ्री वोटिंग कराएंगे। संकटमोचन मंदिर, गोपाल मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, कालभैरव मंदिर और दुर्गाकुंड समेत शहर के 111 मंदिरों की भव्य सजावट की जा रही है।
काशी के सभी घाटों से सैलानियों व काशीवासियों को फ्री वोटिंग कराई जाएगी। नाविक समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि हमारा लक्ष्य है अधिक से अधिक लोगों को गंगा में फ्री वोटिंग कराएं। भगवान राम को केवट ने गंगा पार कराया था। भगवान राम अपने धाम अयोध्या में विराजमान हो रहे हैं। इस समय केवट समाज उनकी भक्ति में तल्लीन हो गया है।
काशी विश्वनाथ धाम में जलेंगे 25 हजार दीये
श्री काशी विश्वनाथ धाम में सुबह 7 बजे से 51 ब्राह्मण वेद पारायण शुरू करेंगे। मंदिर चौक में राम दरबार की भव्य झांकी सजेगी। वेद पारायण के बाद सुंदरकांड का संगीतमय पाठ, प्रसाद वितरण, डमरू और शंख वादन किया जाएगा। कारिडोर रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह का लाइव प्रसारण भी किया जाएगा। शाम को धाम में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। वहीं धाम को 25 हजार दीयों से सजाकर भव्य दीपोत्सव मनाया जाएगा।
मां गंगा की महाआरती, 11 हजार दीपों से जगमगाएगा दशाश्वमेध घाट
प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की महाआरती की जाएगी। 9 अर्चक मां गंगा की आरती करेंगे। प्रभु श्रीराम के नाम का कीर्तन होगा। साथ ही घाट पर 11 हजार दीये जलाए जाएंगे। गंगा आरती में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं के जुटने का अनुमान है। बीएचयू के बिड़ला हास्टल में मानस पाठ होगा। वहीं संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के वाग्देवी व पद्मदेव मंदिर में सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी प्रोफेसर, कर्मचारी व छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। पक्के महाल स्थित गोपाल मंदिर में सुंदरकांड का पाठ व दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा। बीएचयू स्थित विश्वनाथ मंदिर में पांच दिवसीय संकीर्तन चल रहा है। इसका समापन 22 जनवरी को होगा। शाम को भगवान राम व हनुमान जी की पूजा की जाएगी। वहीं शाम के वक्त परिसर में दीपोत्सव मनेगा।
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