माफियाओं की सूची पर सवाल, वाराणसी के संगीन मुकदमों वाले सूची से बाहर क्यों ?

अधिकार सेना के अध्यक्ष व पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने सूची को मनमाना और राजनीतिक बताया
वाराणसी। अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी माफिया और अपराधियों की सूची को पूरी तरह मनमाना और राजनीतिक बताया है।
उन्होंने कहा कि मात्र राजनीतिक कारणों से इस सूची में तमाम ऐसे नाम जानबूझ कर छोड़ दिए गए हैं, जिनपर दर्जनों बेहद संगीन मुकदमे हैं। इनके अपराधिक शोहरत से सभी परिचित हैं। उन्होंने कहा कि विधायक सुशील सिंह पर 25 से अधिक मुकदमे रहे हैं, किंतु उनका नाम सूची से गायब है। इसी तरह डबल मर्डर में सजायाफ्ता और 25 मुकदमे वाले अजय मरदह, दर्जनों मुकदमों वाले सुजीत सिंह बेलवा, फिल्म अभिनेत्री मनीषा कोईराला के मैनेजर के हत्यारे अबू सलेम के साथी उपेंद्र सिंह गुड्डू, पूर्व प्रमुख चिरईगांव पप्पू भौकाली और बाहुबली के रूप में ज्ञात एमएलसी विनीत सिंह का नाम सूची से गायब है।
इतना ही नहीं, बृजेश सिंह के धुर विरोधी वर्षों से फरार इंद्र देव सिंह उर्फ बीकेडी, जेल से भागे हुए सुनील यादव और फरार अजीम के नाम भी लिस्ट से गायब हैं। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि यह नाम सिर्फ वाराणसी क्षेत्र से हैं। यही स्थिति पूरे प्रदेश में है। जो पुलिसिया कार्रवाई की हकीकत को सामने लाते हैं।
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