उत्कृष्ट काम करने वालों को 'PRV of the Month' का पुरस्कार, UP-112 को मिले नए दिशा-निर्देश

नले
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वाराणसी। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने यातायात पुलिस लाइन स्थित सभागार में UP-112 से जुड़े अधिकारियों और पीआरवी में नियुक्त कर्मचारियों के साथ गोष्ठी का आयोजन किया। इस गोष्ठी में इमरजेंसी सेवाओं की कार्यप्रणाली की समीक्षा करते हुए कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए, जिससे सेवा को और अधिक प्रभावी, संवेदनशील और जनहितकारी बनाया जा सके। उत्कृष्ट काम करने वालों को अब 'PRV of the Month' का पुरस्कार दिया जाएगा। इसको लेकर मुख्यालय से गाइडलाइन प्राप्त हुई है। 

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पुलिस आयुक्त ने कहा कि "UP-112 पुलिस की प्राथमिक इकाई है, जिसकी त्वरित कार्रवाई और सतर्कता ही आम जनता के विश्वास की आधारशिला है।" इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए उन्होंने नई व्यवस्था के तहत प्रत्येक माह तीन पीआरवी यूनिट को 'PRV of the Month' पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की, जिससे कर्मियों को प्रोत्साहन मिल सके।

उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि पीआरवी कर्मियों को पीड़ित व्यक्तियों से मृदुल व्यवहार करना होगा और प्रत्येक कॉलर से फीडबैक लिया जाएगा। यदि किसी कर्मी के व्यवहार को लेकर शिकायत मिलती है या फीडबैक नकारात्मक होता है, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इसके अतिरिक्त, यह भी निर्देशित किया गया कि हर स्थिति में पीआरवी 8 मिनट के भीतर घटनास्थल पर पहुंचे। देरी की स्थिति में उच्चाधिकारी जांच करेंगे और कर्मी की लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। 

पीआरवी वाहन ऐसे स्थान पर खड़े किए जाएं जहां वे आम जनता को आसानी से दिखाई दें, ताकि उनकी उपस्थिति से सुरक्षा की अनुभूति हो। ट्रैफिक जाम की स्थिति में पीआरवी कर्मियों को वाहन से उतर कर जाम छुड़ाने में मदद करनी होगी। गोष्ठी में अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय) एस. चन्नप्पा, पुलिस उपायुक्त काशी, वरूणा व गोमती जोन सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

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