BHU छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर सेंट्रल ऑफिस पर प्रदर्शन, ज्ञापन सौंपने पहुंचे छात्रों को गेट पर रोका, शोध चयन प्रक्रिया की उठाई मांग
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के केंद्रीय कार्यालय पर सोमवार को बड़ी संख्या में छात्रों ने छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। छात्र कुलसचिव अरुण सिंह को ज्ञापन सौंपने पहुंचे छात्रों को सुरक्षा कर्मियों ने गेट पर ही रोक दिया, जिसके बाद छात्रों ने वहीं पर सभा आयोजित की और अपने विचार व्यक्त किए।
छात्रों ने सभा में कहा कि 22 सितंबर 2006 को उच्चतम न्यायालय ने यह निर्णय सुनाया था कि देशभर के सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में लिंगदोह समिति की सिफारिशों के अनुसार छात्रसंघ चुनाव अनिवार्य रूप से कराए जाएं। इसके तहत मानव संसाधन मंत्रालय ने 28 नवंबर 2006 को और यूजीसी ने 27 मई 2016 को आदेश जारी किए थे, जिसमें सभी विश्वविद्यालयों को निर्देशित किया गया कि उच्चतम न्यायालय के निर्णय का पालन हो।
छात्रों ने मांग की कि शैक्षिक सत्र 2024-25 में बीएचयू में छात्रसंघ चुनाव कराए जाएं, ताकि छात्रों को उनके अधिकारों के लिए एक मंच मिल सके। साथ ही, उन्होंने विश्वविद्यालय की शोध चयन प्रक्रिया में हुए बदलाव को वापस लेने की भी मांग की। छात्रों ने कहा कि शोध प्रवेश परीक्षा को पूर्व की भांति बहाल किया जाए, अन्यथा वे एक बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इस विरोध प्रदर्शन में अभय प्रताप सिंह, हिमांशु राय, अभिषेक, वीरेंद्र सिंह शाहिद समेत सैकड़ों छात्र मौजूद थे, जो अपनी मांगों के समर्थन में एकजुट दिखे।
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