प्रयागराज में वकील की पिटाई पर पिण्डरा में पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

वाराणसी। प्रयागराज में पुलिस द्वारा एक वकील की पिटाई के विरोध में बुधवार को पिण्डरा के सभी अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से विरत रहते हुए तहसील कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस घटना से वकील समुदाय के लोग आक्रोशित हैं और उन्होंने पुलिस प्रशासन की कार्रवाई के खिलाफ एकजुट होकर अपनी आवाज उठाई।
पिण्डरा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कृपाशंकर पटेल और महामंत्री सुधीर सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों अधिवक्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। यह मार्च स्थानीय बार एसोसिएशन कार्यालय से शुरू होकर एसीपी और उपजिलाधिकारी कार्यालय तक पहुंचा। अधिवक्ताओं ने "पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद" के नारे लगाए और अपनी नाराजगी प्रकट की। इस दौरान उन्होंने न्यायपालिका के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए एकजुटता का संदेश दिया।
पूर्व अध्यक्ष शिवपूजन सिंह ने इस घटना को "अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण" बताते हुए कहा कि वे इस प्रकार की घटनाओं की निंदा करते हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपील की कि वे वकीलों के प्रति सम्मान और सहयोग की भावना रखें। उन्होंने यह भी कहा कि अधिवक्ताओं के अधिकारों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
इस प्रदर्शन में शामिल अधिवक्ताओं ने उपजिलाधिकारी कार्यालय के बाहर एक ज्ञापन भी सौंपा। उन्होंने मांग की कि प्रयागराज की घटना में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय किए जाएं। अधिवक्ताओं ने इसे पूरे वकील समुदाय के लिए अपमानजनक घटना बताया और प्रशासन की गरिमा बनाए रखने के लिए एकजुट होने की आवश्यकता पर जोर दिया।
पिण्डरा के उपजिलाधिकारी प्रतिभा मिश्रा ने अधिवक्ताओं से बातचीत की और आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा और पुलिस प्रशासन के साथ सहयोग बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की गलतफहमी को बातचीत के जरिए सुलझाया जाएगा।
इस प्रदर्शन में शिवपूजन सिंह, मनोज मिश्र, अश्वनी मिश्र, कमला मिश्र, आनंद मिश्र, अशोक पाण्डेय, राजेश सिंह, प्रेमशंकर सिंह, शैलेन्द्र सिंह, अश्वनी सिंह, मनीष सिंह, पनधारी यादव, रामभरत यादव, जवाहर वर्मा, बिन्दू सोनकर, छोटेलाल, और अमर सिंह पटेल सहित सैकड़ों अधिवक्ता उपस्थित रहे।