साइबर अपराधियों की नकेल कसे पुलिस, व्यापारियों ने उठाया मुद्दा, पुलिस आयुक्त ने समस्याओं के समाधान का दिलाया भरोसा
वाराणसी। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने शनिवार को शहर के विभिन्न व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों संग मीटिंग की। इस दौरान यातायात व्यवस्था में सुधार होने पर व्यापारियों को बधाई दी। वहीं उनकी समस्याएं सुनीं। व्यापारियों ने साइबर अपराधियों पर लगाम लगाने समेत सुरक्षा से जुड़े कई मुद्दे पुलिस कमिश्नर के सामने उठाए। उन्होंने सभी समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाया।
व्यापारियों ने यातायात व्यवस्था को लेकर ई-रिक्शा व ऑटो के संचालन के सम्बन्ध में बनाई गई नई योजना को सराहा। आगे भी इसे जारी रखने की मांग की। पुलिस आयुक्त ने यातायात व्यवस्था हेतु "यातायात नियोजन समिति" बनाने के लिए एसीपी को निर्देश दिया। हर प्रमुख चौराहों व क्षेत्र के व्यापारी/नागरिक इस समिति में शामिल किए जाएंगे। इसकी हर माह बैठक होगी, जिसमे सुझाव लिए जाएंगे। वर्तमान में बढ़ रहे साइबर अपराध पर व्यापारियों ने चिंता जताई। पुलिस आयुक्त ने व्यापारियों को साइबर अपराधों व उनने बचने के बारे में जागरूक किया गया।
बताया कि आजकल साइबर क्रिमिनल वीडियो कॉल पर फर्जी पुलिस स्टेशन में पुलिस ऑफिसर को बैठा दिखाकर, लोगों को Digitally Arrest (घर के बाहर न निकलने का निर्देश) कर रहे है व उनसे उनके एकाउण्ट का पैसा ट्रान्सफर कराकर हड़प जा रहे हैं। ऐसी कोई वीडियो कॉल आने पर स्थानीय पुलिस से सम्पर्क करें। डिजिटल पुलिस स्टेशन पूरे देश में कहीं संचालित नहीं है, यह फर्जी है। इसी प्रकार साइबर अपराधी आपके द्वारा भेजे गए पार्सल में ड्रग्स मिले है ऐसा बताकर फर्जी पुलिस बन पैसा आपके एकाउण्ट से निकाल ले रहे है। ऐसे कॉल आने पर डरे नहीं बल्कि तत्काल पुलिस को बताएं।
इसी प्रकार साइबर अपराधी लाटरी, गिफ्ट, क्रिप्टो करेंन्सी में निवेश कर कई गुना रिर्टन देने का लालच लोगों का पैसा हड़प ले रहे हैं इन सबसे बचें। साइबर अपराधी मेल भेजकर लोगों को यह कहकर डरा रहें हैं कि आपका फोन Child Pornography देखने में Use हुआ है, यह भी फ्राड है। किसी भी अनजान लिंक को क्लिक न करें। आपका मोबाइल फोन हैक हो सकता है। OTP, PIN, CVV नम्बर किसी के साथ शेयर न करें। साइबर फ्राड होने पर तत्काल 1930 नम्बर पर कॉल करें, यदि 2-3 घण्टे के अन्दर शिकायत दर्ज हो जाती है तो वह पैसा वापस मिल जाता है।
व्यापारियों को अपने विज्ञापन, सोशल मीडिया एवं अन्य प्रचार माध्यमों से उपभोक्ता/जनता को साइबर अपराधों से बचाव के उपायों की जानकारी देने के लिए प्रेरित किया गया। कम समय में अधिक रिटर्न का लालच देकर धोखाधड़ी हो सकती है। ऐसे में समझदारी से निवेश करें। टप्पेबाजी (धोखाधड़ी) के अपराधी भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक आदि विभिन्न तरीकों से लोगों को ठगने का प्रयास करते हैं। ऐसे संदिग्ध व्यक्तियों की सूचना तत्काल स्थानीय पुलिस को दें। व्यापारीगण अपनी दुकानों/प्रतिष्ठानों में सुरक्षा के दृष्टिगत स्थापित करायें सीसीटीवी कैमरें, कैमरों को इस प्रकार स्थापित करें कि आने-जाने वाले व्यक्तियों के चेहरे व वाहनों को कैप्चर किया जा सके।
स्वर्ण व्यवसायी संदिग्ध व्यक्तियों से सोने/चांदी की खरीद न करें, ऐसे व्यक्तियों के सन्दर्भ में तत्काल पुलिस को सूचना दें। व्यवसायीगण अपने प्रतिष्ठान/दुकान के सामने अतिक्रमण न करें व अपने वाहनों को पार्किंग स्थल पर ही खड़े करें। मीटिंग में संयुक्त पुलिस आयुक्त डा. के एजिलरसन, अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) एस. चन्नप्पा, पुलिस उपायुक्त यातायात हृदेश कुमार, पुलिस उपायुक्त काशी जोन गौरव बंशवाल, पुलिस उपायुक्त गोमती जोन प्रमोद कुमार, पुलिस उपायुक्त वरूणा जोन चन्द्रकांत मीना, अपर पुलिस उपायुक्त यातायात राजेश पाण्डेय सहित वाराणसी महानगर व्यापार मण्डल के अध्यक्ष प्रेम मिश्रा, महामंत्री अशोक जायसवाल, वाराणसी स्वर्ण व्यापार मण्डल के अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सेठ, बनारसी साड़ी ट्रान्सपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अंजनी कुमार मिश्रा, टूरिजम् वैलफेयर एसोसियशन के अध्यक्ष राहुल मेहता, ऑल इण्डिया व्यापार मण्डल संगठन के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र गोयनका, दवा विक्रेता समिति के अध्यक्ष दिनेश कुमार, पूर्वाचंल रियल स्टेट संगठन के अध्यक्ष आरसी जैन मौजूद रहे।
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