BHU अस्पताल में मरीजों की सुरक्षा पर संकट, हृदय रोग विभाग के बिस्तरों का हो रहा गलत इस्तेमाल, कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. ओमशंकर का दावा

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वाराणसी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के हृदय रोग विभाग के प्रमुख प्रोफेसर (डॉ.) ओम शंकर ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में BHU अस्पताल की गंभीर अनियमितताओं को उजागर किया। उन्होंने आरोप लगाया कि चिकित्सा अधीक्षक प्रो. कैलाश कुमार द्वारा हृदय रोगियों के लिए आवंटित ऑपरेशन थियेटर (OT) के बिस्तरों का गलत उपयोग कर आम मरीजों को भर्ती किया जा रहा है, जिससे हृदय रोगियों की जान जोखिम में पड़ रही है। इस कृत्य को उन्होंने न केवल नैतिकता के खिलाफ, बल्कि आपराधिक बताया।

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हृदय रोग विभाग में बिस्तरों की भारी कमी

प्रो. ओम शंकर ने बताया कि हृदय विभाग को आवंटित 90 बिस्तरों में से 49 बिस्तर बिना किसी अधिकार के चिकित्सा अधीक्षक ने छीन लिए हैं, जिससे विभाग में बिस्तरों की गंभीर कमी हो गई है। इस समस्या को छुपाने के लिए अब कैथ लैब के 14 ऑपरेशन थियेटर बिस्तरों का गैर-कानूनी रूप से आम मरीजों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे हृदय रोगियों की सुरक्षा को बड़ा खतरा हो गया है। कैथ लैब के बिस्तरों का उपयोग विशेष रूप से सर्जरी से पहले और बाद की देखभाल के लिए होता है, लेकिन इन बिस्तरों पर अब गैर-सर्जिकल मरीजों को भर्ती किया जा रहा है।

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मरीजों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा

प्रो. ओम शंकर ने इस निर्णय को मरीजों की सुरक्षा के लिए खतरनाक बताया। OT का उपयोग केवल सर्जिकल प्रक्रियाओं के लिए किया जाता है, लेकिन अब वहां आम मरीजों को भर्ती करने से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है, जो न केवल मरीजों बल्कि अस्पताल स्टाफ के लिए भी जोखिमपूर्ण है। 

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कुलपति से हस्तक्षेप की मांग

इस गंभीर स्थिति को लेकर प्रो. ओम शंकर ने कुलपति और निदेशक को पत्र लिखकर इस गलत प्रबंधन को तुरंत रोके जाने की मांग की है। उन्होंने इसे न केवल BHU की साख के लिए हानिकारक बताया, बल्कि इसे मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ करार दिया। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है ताकि अस्पताल में मरीजों की सुरक्षा और देखभाल सुनिश्चित की जा सके।

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