काशी विद्यापीठ में सरेआम गुंडई, लहराई गई पिस्टल, पुलिस की मौजूदगी में चले लात-घूंसे, अफरा-तफरी का माहौल
वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर में मंगलवार को दो गुटों में हुए विवाद ने गंभीर रूप ले लिया। आरोप है कि पहले पिस्टल लहराई गई और बाद में पुलिस की मौजूदगी में ही छात्रों के बीच जमकर मारपीट हुई। दर्जनों पुलिसकर्मियों के मौके पर मौजूद होने के बावजूद दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर लात-घूंसे बरसाए। घटना का वीडियो और सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिससे परिसर में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।

पीड़ित छात्र ने लगाया पिस्टल से हमला करने का आरोप
पांडेयपुर निवासी गौरव पटेल ने बताया कि वह अपने साथियों प्रकाश पाल, आशीष मौर्या और शोमित गोलू के साथ एलएलएम का रिजल्ट लेने काशी विद्यापीठ आए थे। चारों स्टैंड के पास आपस में बातचीत कर रहे थे, तभी सेंट्रल लाइब्रेरी की ओर से मोनू सिंह, आलोक उपाध्याय और अंकित मिश्रा आए।

गौरव के अनुसार, “मोनू सिंह हाथ में पिस्टल लिए हुए था। उसने मेरी हत्या के इरादे से पिस्टल मुझ पर तानी और फायर करने की कोशिश की, लेकिन किसी कारणवश पिस्टल नहीं चल पाई। इसके बाद मोनू अपने साथियों के साथ जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गया।” पीड़ित ने दावा किया कि घटना का सीसीटीवी फुटेज विश्वविद्यालय प्रशासन के पास मौजूद है तथा उसकी प्रति उसके पास भी उपलब्ध है।

पुलिस की मौजूदगी में मारपीट, कई छात्र हिरासत में
घटना की सूचना मिलते ही सिगरा थाना पुलिस मौके पर पहुँची। लेकिन आरोप है कि पुलिस की मौजूदगी में ही दोनों गुट आमने-सामने आ गए और जमकर हाथापाई और मारपीट हुई। इस दौरान दर्जनों पुलिसकर्मी वहां मौजूद थे, बावजूद इसके छात्रों को रोकने में काफी देर लगी। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने कई उत्पाती छात्रों को हिरासत में ले लिया। अतिरिक्त फोर्स भी मौके पर बुलाया गया ताकि माहौल नियंत्रित रखा जा सके।

विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
एक ओर पिस्टल लेकर कैंपस में प्रवेश और गोली चलाने की कोशिश, दूसरी ओर पुलिस की मौजूदगी में खुलेआम मारपीट, इन घटनाओं ने काशी विद्यापीठ की सुरक्षा व्यवस्थाओं को कटघरे में खड़ा कर दिया है। छात्रों का कहना है कि परिसर में लगातार गुटबाजी बढ़ रही है और बाहरी तत्वों की आवाजाही भी चिंता का विषय है।

पुलिस कर रही है जांच, सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाएंगे
सिगरा थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाएगी और आरोप गंभीर होने के कारण संबंधित छात्रों पर सख्त धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा। वाराणसी के सबसे बड़े विश्वविद्यालय परिसर में हुई यह घटना छात्रों की सुरक्षा पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगाती है और प्रशासन पर तुरंत कड़े कदम उठाने का दबाव बढ़ाती है।



देखें घटना का सीसीटीवी फुटेज वीडियो

