सरकारी नौकरी में डाक्टरों की नहीं दिलचस्पी, चार माह में 36 में मात्र चार डाक्टरों ने किया ज्वाइन
वाराणसी। जिले के सरकारी अस्पताल चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की कमी से जूझ रहे हैं। सरकारी नौकरी में डाक्टरों की दिलचस्पी नहीं है। इसकी बानगी इसी से मिल जाती है कि चार माह में 36 में मात्र चार डाक्टरों ने सरकारी अस्पतालों में ज्वाइन किया। चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की कमी के चलते मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा।
वाराणसी जिला अस्पताल में दो डॉक्टर आए जरूर, लेकिन वह भी लंबे समय से छुट्टी पर हैं। बस महिला अस्पताल में दो डॉक्टर आए हैं, जो सेवा दे रहे हैं। वाराणसी के सरकारी अस्पतालों के लिए जिन 36 चिकित्सकों का ट्रांसफर नवंबर 2023 में हुआ था, उनमें से 30 ने अब तक अस्पताल में कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। चार माह का समय बीतने के बाद भी ये डॉक्टर कब तक आएंगे, इसकी कोई सूचना नहीं है। लिहाजा डॉक्टरों की कमी की वजह से मरीजों की समस्या जस की तस बनी हुई है। यहीं नहीं इनके बारे में अस्पतालों के एसआईसी और सीएमएस को कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
वाराणसी में मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा, शास्त्री अस्पताल रामनगर, जिला महिला अस्पताल कबीरचौरा और दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल को 24 नवंबर 2023 को 36 डॉक्टर मिले थे। तब ऐसा लगा था कि डॉक्टरों की कमी की समस्या दूर होगी और मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा। लेकिन चार माह का समय बीतने के बाद भी सिर्फ चार डॉक्टर ही ज्वाइन करने पहुंचे। 32 डॉक्टर आए ही नहीं। सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने कहा कि शासन ने जिन चिकित्सकों का स्थानांतरण किया था, उनमें से अब तक कार्यभार न ग्रहण करने वालों की सूची नए सिरे से तैयार कर करवाई जा रही है। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी को दूर कराया जाएगा।
नवंबर में किस अस्पताल को कितने मिले थे चिकित्सक
अस्पताल डॉक्टर कार्यभार संभाला
मंडलीय अस्पताल 9 कोई नहीं
जिला महिला अस्पताल 9 दो चिकित्सक
जिला अस्पताल 8 दो चिकित्सक लेकिन छुट्टी पर हैं
शास्त्री अस्पताल 6 कोई नहीं
सीएमओ के अधीन 4 कोई नहीं
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