कभी चलता था अवैध बूचड़खाना, अब लोगों का होगा इलाज, योगी सरकार की पहल से बना अस्पताल
वाराणसी। मुस्लिम बहुल क्षेत्र सरायहड़हा (पत्थर गली, दालमंडी) में संचालित हो रहे अवैध बूचड़खाने की जगह अब स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र बन गया है। वर्षों से विवादों में रहे इस स्थान पर अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण पूरा हो चुका है। इसका लोकार्पण गुरुवार को शाम 4 बजे किया जाएगा। अस्पताल बन जाने से आसपास के लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलेगी।
यह बूचड़खाना वाराणसी के घनी आबादी वाले क्षेत्र दालमंडी में स्थित था और पक्के महाल के बीचों-बीच अवैध रूप से संचालित हो रहा था। 2017 में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्यभर के अवैध बूचड़खानों को बंद करने की मुहिम छेड़ी थी। उसी क्रम में इस बूचड़खाने को भी बंद करा दिया गया और अब इसकी जगह जनहित में अस्पताल बनाया गया है।
करीब 1300 वर्गफीट क्षेत्र में निर्मित यह एक मंजिला इमारत स्थानीय लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधा का बड़ा केंद्र बनेगी। इसमें दो ओपीडी कक्ष बनाए गए हैं। एक पुरुषों और एक महिलाओं के लिए। इसके अलावा एक दवा वितरण केंद्र भी खोला जाएगा, जिससे आसपास के निवासियों को इलाज और दवा के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।
यह कदम ना केवल स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि क्षेत्र के सामाजिक और बुनियादी ढांचे के विकास की मिसाल भी है। दालमंडी चौड़ीकरण योजना के साथ मिलकर यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्रवासियों को साफ-सुथरी और सुविधाजनक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएगा। सरकार की इस पहल की स्थानीय लोग सराहना कर रहे हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि भविष्य में ऐसे और भी सकारात्मक बदलाव होंगे।

