महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर में पांचों द्वार से भक्त करेंगे बाबा करेंगे दर्शन, श्रद्धालुओं के लिए किए गए हैं विशेष इंतेज़ाम
रूट प्लान
- नंदूफेरिया प्रवेश मार्ग से आने वाले दर्शनार्थी यात्री सुविधा केंद्र 1 जिग जैग् में प्रवेश करते हुए मंदिर परिसर के डी गेट से प्रवेश कर गर्भगृह के पश्चिम द्वार से दर्शन करते हुए पुनः डी गेट से बाहर निकल कर नंदू फरिया से वापस बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे।
- विश्वनाथ द्वार (गेट नं 4) से आने वाले दर्शनार्थी बैरीकेडिंग में कतारबद्ध होते हुए शंकराचार्य चौक जिग जैग से मंदिर परिसर के सी गेट से प्रवेश करेंगे तथा गर्भगृह के उत्तरी द्वार से झांकी दर्शन करते हुए मंदिर परिसर के ए गेट से वापस शंकराचार्य चौक की तरफ प्रस्थान करेंगे।
- सरस्वती द्वार से प्रवेश करने वाले दर्शनार्थी बैरकेडिंग में लगते हुये यात्री सुविधा केन्द्र 2 से चेकिंग के उपरांत जिग-जैग में प्रवेश करेंगे तथा मंदिर परिसर के ‘बी गेट’ से प्रवेश कर गर्भगृह के दक्षिणी द्वार से झांकी दर्शन कर पुनः बी गेट से बाहर निकल कर शनि देव चैनल से बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे।
- ललिता घाट से प्रवेश करने वाले दर्शनार्थी रैम्प से चेकिंग के उपरांत बैरिकेडिंग में लगते हुये जलपान केन्द्र के पास से कतारबद्ध हो कर रैम्प में प्रवेश कर शंकराचार्य चौक जीग-जैग में प्रवेश कर मंदिर परिसर के पूर्वी द्वार से प्रवेश करते हुये गर्भगृह के पूर्वी द्वार से झांकी दर्शन कर पुनः पूर्वी द्वार से बाहर की ओर (शंकराचार्य चौक) प्रस्थान करेंगे।
- ढूंढीराज प्रवेश मार्ग से आने वाले दर्शनार्थी बैरिकेडिंग में लगते हुये चेकिंग के उपरांत मंदिर परिसर के डी गेट से प्रवेश कर गर्भगृह के पश्चिमी द्वार से झांकी दर्शन कर पुनः डी गेट से बाहर हो कर श्रृंगार गौरी मार्ग से होते हुये नंदुफारिया मार्ग से बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्यकार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने बताया कि महाशिवरात्रि के मद्देनजर श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ध्यान रखा गया है। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए, इसके लिए मंदिर प्रशासन के ओर से पुख्ता इंतेजाम किए गए हैं।
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