श्री काशी विश्वनाथ धाम में कृष्णोत्सव के पांचवे दिन मातृ शक्ति की आराधना, मां पार्वती के साथ लड्डू गोपाल ने दिए दर्शन

shri kashi vishwanth dham
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वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम में चल रहे कृष्णोत्सव के पांचवे दिन शुक्रवार को विशेष रूप से मातृ शक्ति की पूजा की गई। इस अवसर पर श्री लड्डू गोपाल ने मां पार्वती के साथ भक्तों को दर्शन दिए। शाम से लेकर शयन आरती तक, लड्डू गोपाल भक्तों के समक्ष माता पार्वती के सानिध्य में विराजमान रहे।

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उत्सव की शुरुआत नारायण स्त्रोत के पाठ से हुई, जिसके माध्यम से श्री लड्डू गोपाल की विशेष पूजा-अर्चना की गई। धाम में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालु इस अद्वितीय दृश्य को देखकर भावविभोर हो गए। 

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शनिवार को भगवान लड्डू गोपाल छठी के बाद विष्णु स्वरूप में परिवर्तित होकर अगले वर्ष तक के लिए धाम में विराजमान रहेंगे। शुक्रवार को शोभायात्रा के दौरान लड्डू गोपाल ने विभिन्न देवताओं के मंदिरों में जाकर दर्शन किए। माता पार्वती के पास से प्रारंभ होकर यह यात्रा श्री विश्वेश्वर के उत्तरी द्वार, निकुंभ विनायक, नंदीश्वर, व्यासेश्वर महादेव, कुबेरेश्वर महादेव, और अन्नपूर्णा माता के मंदिर होते हुए संपन्न हुई। यात्रा के अंत में लड्डू गोपाल ने विश्वनाथ जी से भेंट की और रुद्राक्ष धारण किया।

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शोभायात्रा के दौरान श्रद्धालुओं, विशेषकर माताओं, ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, और भगवान को अपने आंचल और गोद में लेकर यात्रा में शामिल हुईं। 

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इस विशिष्ट अवसर पर गुजरात के द्वारकाधीश मंदिर के पुजारी हार्दिक जी महाराज, प्रसिद्ध कलाकार मनीष खत्री, विंध्याचल धाम से पधारे अनुपम महाराज, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य वेंकट रमन घनपाठी, और कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी हिस्सा लिया। 

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भगवान लड्डू गोपाल, मध्यान्ह भोग आरती में भाग लेंगे और भगवान विश्वनाथ के साथ प्रसाद वितरण करेंगे। सायं 5 बजे, सत्यनारायण भगवान के मंदिर में भगवान लड्डू गोपाल की विशेष पूजा के बाद उन्हें विष्णु स्वरूप में स्थापित किया जाएगा। भक्तों ने प्रार्थना की है कि अगले वर्ष भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल के रूप में भगवान सभी को आशीर्वाद दें। 

यह उत्सव, जो पहली बार श्री काशी विश्वनाथ धाम में आयोजित हो रहा है, पांचवे दिन तक एक लोक उत्सव में परिवर्तित हो चुका है, जिसमें श्रद्धालुओं का भारी उत्साह और जुड़ाव देखने को मिला है।
 

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