योगी सरकार के आठ वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, बनारस में जारी किया पोस्टर, कहा – मचा हाहाकार

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वाराणसी। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने आठ साल पूरे कर लिए हैं। इन आठ वर्षों में सरकार ने खुद को कानून-व्यवस्था और विकास के मुद्दों पर सख्त बताने का प्रयास किया, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। विपक्षी दलों में कांग्रेस का आरोप है कि योगी सरकार के आठ सालों में उत्तर प्रदेश लगातार हिंसा, बेरोजगारी, महिला उत्पीड़न और कर वृद्धि जैसी समस्याओं से जूझ रहा है।

कांग्रेस ने योगी सरकार के आठ वर्ष पूरे होने पर मंगलवार को पोस्टर जारी किया। जिसमें उन्होंने यूपी में भाजपा के आठ साल को हाहाकार बताया। कांग्रेस के मनगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे व जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामलों में कोई कमी नहीं आई है। वाराणसी कांग्रेस के नेताओं ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में बच्चियों के अपहरण, बलात्कार और हत्याओं की घटनाएं आम हो चुकी हैं, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।

कहा कि वाराणसी में बीएचयू की एक छात्रा के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के मामले ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था की पोल खोल दी। यह आरोप लगाया गया कि इस अपराध में भाजपा आईटी सेल से जुड़े लोग शामिल थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें बचाने का हर संभव प्रयास किया। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा के दावे तो करती है, लेकिन हकीकत यह है कि बलात्कारियों और अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है।

युवा रोजगार की आस में दर-दर भटक रहे: कांग्रेस

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि युवा रोजगार की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन सरकार उन्हें केवल झूठे वादों से बहला रही है। सरकारी नौकरियों में पारदर्शिता की कमी और भर्ती घोटालों ने प्रदेश के युवाओं में भारी असंतोष पैदा किया है। वहीं, किसानों की समस्याएं भी सरकार की नीतियों के कारण और बढ़ गई हैं। बिजली दरों में हुई बेतहाशा वृद्धि ने किसानों की कमर तोड़ दी है। महंगे बिजली बिलों की वजह से किसान और छोटे व्यापारी लगातार घाटे में जा रहे हैं।

बनारस, जो कभी अपनी बुनकरी और दस्तकारी के लिए जाना जाता था, आज बदहाली का शिकार है। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि सरकार की भेदभावपूर्ण नीतियों और जीएसटी दरों में मनमाने बदलाव ने छोटे व्यापारियों और कारीगरों की रोज़ी-रोटी पर संकट खड़ा कर दिया है।

हाउस टैक्स और जलकर में बेतहाशा वृद्धि से काशीवासियों में नाराजगी

वाराणसी समेत पूरे उत्तर प्रदेश में हाउस टैक्स और जलकर में भारी बढ़ोतरी की गई है, जिससे आम जनता परेशान है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा ने स्थानीय निकाय चुनाव के दौरान करों में छूट देने का वादा किया था, लेकिन चुनाव जीतने के बाद यह वादे धरे के धरे रह गए। वाराणसी जलकल विभाग द्वारा मार्च में मिलने वाली छूट का ऐलान न किए जाने से स्थानीय लोगों में नाराज़गी है।

कई बार स्थानीय पार्षदों और अधिकारियों ने इस विषय पर चर्चा की और सहमति भी जताई, लेकिन भाजपा से जुड़े वाराणसी के मेयर इस छूट को लागू करने के लिए तैयार नहीं हैं। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि सरकार केवल पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने में लगी हुई है और आम जनता के हितों की अनदेखी कर रही है।

अपराधियों के हौसले बुलंद, कानून-व्यवस्था पर सवाल

उत्तर प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। बैंक लूट, एटीएम तोड़ने, आभूषण की दुकानों में डकैती और सरेआम हत्याएं प्रदेश में आम हो चुकी हैं। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार अपराधियों पर लगाम लगाने में पूरी तरह विफल रही है।

वाराणसी कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में ही अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं, तो प्रदेश के बाकी हिस्सों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। कई मामलों में भाजपा के विधायक और सांसद खुद अपराधों में संलिप्त पाए गए हैं, लेकिन सरकार उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

योगी सरकार की 'जीरो टॉलरेंस' नीति पर सवाल

योगी आदित्यनाथ अपनी सरकार को "जीरो टॉलरेंस" वाली सरकार बताते हैं, लेकिन विपक्षी दलों का दावा है कि यह केवल एक जुमला बनकर रह गया है। प्रदेश में भ्रष्टाचार, प्रशासनिक लापरवाही और सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। विपक्ष का आरोप है कि सरकार केवल सांप्रदायिकता का मुद्दा उठाकर जनता को असली समस्याओं से भटकाने का प्रयास कर रही है।

वाराणसी कांग्रेस कमेटी के नेताओं ने कहा कि अगर योगी सरकार के आठ सालों का गहराई से विश्लेषण किया जाए, तो यह साफ हो जाता है कि सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। न तो निवेश बढ़ा, न ही रोजगार के अवसर पैदा हुए, और न ही कानून-व्यवस्था बेहतर हुई।

विकास के नाम पर झूठे दावे

योगी सरकार लगातार प्रदेश में निवेश लाने और विकास करने के दावे कर रही है, लेकिन वास्तविकता यह है कि प्रदेश में उद्योगपति निवेश करने से कतरा रहे हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सरकार केवल मीडिया मैनेजमेंट के जरिए अपनी छवि चमकाने में लगी हुई है, लेकिन ज़मीनी स्तर पर कोई बड़ा बदलाव नहीं दिख रहा है।

विपक्ष का आरोप है कि योगी सरकार का पूरा शासनकाल सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और झूठे प्रचार पर आधारित रहा है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रदेश की जनता ने भाजपा को बहुमत देकर सरकार बनाने का अवसर दिया था, लेकिन बदले में उन्हें केवल महंगाई, अपराध और भ्रष्टाचार मिला।
 

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