मुम्बई का कुख्यात ड्रग तस्कर संदीप तिवारी अपने चार साथियों के साथ गिरफ्तार
स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) व नॉरकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो की टीम ने की छापेमारी
50 लाख कीमत की 1300 ग्राम सिंथेटिक ड्रग्स, पिस्टल, कार समेत अन्य सामान बरामद
शिवपुर थाना क्षेत्र के इंद्रपुर इन्क्लेव में किराये के मकान में रहकर कारोबार कर रहा था गिरोह
जौनपुर के बरसठी क्षेत्र का रहनेवाला है अंतरराज्यीय ड्रग तस्करों के गिरोह का सरगना संदीप
वाराणसी। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) व नॉरकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो की टीम ने अन्तर्राज्यीय स्तर पर सिंथेटिक ड्रग्स की तस्करी करने वाले गिरोह के सरगना सहित पांच तस्करों को शुक्रवार को 1300 ग्राम सिंथेटिक ड्रग्स, पिस्टल, कार समेत अन्य सामानों के साथ गिरफ्तार किया है। इसकी अनुमानित कीमत 50 लाख रूपये बताई गई है।
एसटीएफ ने इन्हें शिवपुर थाना क्षेत्र के इन्द्रपुरी इनक्लेव कादीपुर से गिरफ्तार किया है। इनके पास से 50 लाख मूल्य की 1300 ग्राम सिंथेटिक ड्रग्स, एक ब्रेजा मारूती कार, एक स्कूटी, दस मोबाइल फोन, चालीस हजार रूपये, .32 बोर की पिस्टल, चार कारतूस, आठ किलो नौशादर, नौ डिब्बा मेथाइल अमोनियम क्लोराइड, 80 लीटर एसिड, अन्य अज्ञात केमिकल, इलेक्ट्रानिक वेट मशीन आदि बरामद किया किया है। एसटीएफ ने बताया कि गिरोह का सरगना संदीप तिवारी जौनपुर के बरसठी थाना क्षेत्र के पाली गांव का मूल निवासी है। वह इन्द्रपुरी इनक्लेव में रहता था। दूसरा आनन्द तिवारी भदोही जिले के सुरियावां थाना क्षेत्र के चैगडा गांव का निवासी है। तीसरा अकरम चुन्नू खड्डे मुम्बइ्र के एंट्रोफिल के गरीब नवाज कोकरी हागल का, चौथा सुशील उपाध्याय सुरियांवा क्षेत्र के अबरना का और पांचवां प्रमोद यादव जौनपुर के बरसठी क्षेत्र के महमदपुर पट्टी हुलास का रहनेवाला है।
एसटीएफ को काफी दिनों से पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों में मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले तस्करों के सक्रिय होने की सूचनाएं मिल रही थीं। इसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी विनोद कुमार सिंह, के पर्यवेक्षण में टीम गठित कर अभिसूचना संलकन की कार्यवाही की जा रही थी। मुखबिर से सूचना मिली कि इन्द्रपुरी इनक्लेव के एक मकान में नशीला सिंथेटिक ड्रग्स तैयार कर बेचा जाता है। अन्तर्राज्यीय मादक पदार्थ तस्कर संदीप तिवारी अपने साथियों के साथ मिलकर नशीला सिंथेटिक ड्रग्स बना रहा है। इसके बाद निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा नॉरकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों से सम्पर्क कर छापेमारी की। पूछतांछ से पाया गया कि तैयार किया गया सिंथेटिक ड्रग्स प्रथम दृष्टया Mephedrone ड्रग्स बताया जा रहा है यह प्रतिबंधित ड्रग्स से संबंधित मादक पदार्थ है।
संदीप तिवारी का सिंथेटिक मादक पदार्थ तैयार कर इसका कारोबार करने वाला एक अन्तर्राज्यीय गिरोह है। संदीप तिवारी केमेस्ट्री विषय से ग्रेजुएट है। वह कुछ दिनों तक फार्मा इण्डस्ट्री में काम भी कर चुका है। यहां से नौकरी छोडने के बाद वह महाराष्ट्र के ड्रग्स तस्करों से जुड कर मादक पदार्थो की तस्करी में संलिप्त हो गया था। दिसम्बर 2018 में मुम्बई एण्टी नॉरकोटिस्क सेल ने 100 किग्रा फेंटाड्रिल नामक नशीले ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया था। इसमें छूटने के बाद पुनः संदीप तिवारी अपने साथियों के साथ ड्रग्स तस्करी करने लगा। इसे पुनः मार्च 2023 में मादक पदार्थ तस्करी में गिरफ्तार किया गया था। लगभग 3 माह बाद जमानत पर छूट गया था।
यह महाराष्ट्र का कुख्यात ड्रग्स तस्कर बना चुका था। इसके विरूद्ध महाराष्ट्र में ड्रग्स तस्करी के 4 मुकदमें पंजीकृत हैं। महाराष्ट्र पुलिस के निशाने पर आ जाने के बाद यह महाराष्ट्र छोड कर लुकछिप कर जौनपुर के आस-पास रहने लगा। इसी दौरान वाराणसी के थाना शिवपुर क्षेत्र के इन्द्रपुरी इनक्लेव में एक मकान किराये पर लेकर यह अपने गैंग के पुराने साथी अकरम चुन्नू खड्डे एवं आनन्द तिवारी, सुशील उपाध्याय व प्रमोद यादव आदि के साथ मिलकर नशीला सिंथेटिक ड्रग्स बना रहा था। वह अपने साथी अकरम चुन्नू खड्डे के माध्यम से मुम्बई, अहमदाबाद एवं बैंगलोर व इसके आस-पास के क्षेत्र में भेजकर नशे का सामान बेचने लगा।

