वाराणसी की निधि तिवारी होंगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राइवेट सेक्रेटरी, पीएमओ में रह चुकी हैं डिप्टी सेक्रेटरी

निधि तिवारी प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। वे पीएम मोदी के कार्यक्रमों के समन्वय, बैठकों के आयोजन और विभिन्न सरकारी विभागों के बीच समन्वय का कार्यभार संभालेंगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय में पहले भी कई महिला अधिकारियों को अहम जिम्मेदारी दी गई है, और निधि तिवारी की नियुक्ति महिलाओं के बढ़ते प्रशासनिक प्रभाव और सशक्तिकरण का एक और उदाहरण है।
निधि तिवारी का करियर सफर
निधि तिवारी नवंबर 2022 से पीएमओ में डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत थीं। इससे पहले, वे विदेश मंत्रालय के निरस्त्रीकरण एवं अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के विभाग में अंडर सेक्रेटरी के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं।
उन्होंने 2013 में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की थी। इस परीक्षा में सफलता पाने से पहले वे वाराणसी में असिस्टेंट कमिश्नर (कॉमर्शियल टैक्स) के पद पर कार्यरत थीं और नौकरी के साथ ही सिविल सेवा की तैयारी की थी।
विदेश और सुरक्षा मामलों की जानकार हैं निधि
पीएमओ में डिप्टी सेक्रेटरी के रूप में कार्य करते हुए निधि तिवारी ने ‘विदेश और सुरक्षा’ से जुड़े कार्यों में अहम भूमिका निभाई। वे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल को रिपोर्ट करती थीं और इस दौरान उन्होंने विदेश नीति, परमाणु ऊर्जा, सुरक्षा मामलों और राजस्थान से संबंधित विषयों पर विशेष रूप से काम किया।
कैबिनेट की मंजूरी के बाद नियुक्ति लागू
29 मार्च 2025 को जारी एक आधिकारिक ज्ञापन के अनुसार, कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने निधि तिवारी की नियुक्ति को मंजूरी दी। यह निर्णय तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है, और अब वे पे मैट्रिक्स के लेवल 12 पर निजी सचिव के रूप में कार्यभार संभालेंगी।
उनकी यह नियुक्ति सह-अवधि के आधार पर होगी, यानी जब तक वे इस पद पर बनी रहेंगी, तब तक यह प्रभावी रहेगा। पीएम मोदी की निजी सचिव के रूप में उनकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होगी, जिसमें प्रशासनिक समन्वय और रणनीतिक फैसलों में सहयोग शामिल रहेगा।