नए कानून, साइबर अपराध रोकने में ट्रेंड हो रहीं महिला मुख्य आरक्षी, दिया जा रहा प्रशिक्षण, पुलिस आयुक्त ने लिया फीडबैक 

नले
WhatsApp Channel Join Now

वाराणसी। महिला मुख्य आरक्षियों को रिजर्व पुलिस लाइन्स में मुख्य आरक्षी उन्नत कोर्स के तहत 30 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्हें नए कानून, साइबर अपराध रोकने के तरीके, महिला अपराधों में कानूनी कार्रवाई समेत बेहतर पुलिसिंग के तरीके सिखाए जा रहे हैं। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने शुक्रवार को प्रशिक्षु महिला मुख्य आरक्षियों से संवाद किया। इस दौरान प्रशिक्षण के बाबत फीडबैक लिया। वहीं दायित्वों के प्रति भी सचेत किया। 

नले

प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आई 265 महिला मुख्य आरक्षियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पुलिस आयुक्त ने संवाद के दौरान मिशन शक्ति, महिला हेल्प डेस्क, जीरो एफआईआर, फॉरेंसिक साक्ष्य, सीसीटीएनएस व विभिन्न हेल्प लाइन नंबरों के बारे में जानकारी दी गई। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि थाने पर आने वाले आगंतुकों का पहला संपर्क हेल्प डेस्क पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों से ही होता है। ऐसे में उनके साथ संवेदनशीलता और विनम्रता के साथ पेश आएं। नले

पुलिस सेवा के दौरान गरीब, असहायों के प्रति न्यायपूर्ण और सहयोगात्मक रवैया न सिर्फ पीड़ित की मदद करना है, बल्कि पुलिसकर्मियों को भी आत्मसंतोष व गर्व का अनुभव कराता है। पुलिस कमिश्नर ने महिला मुख्य आरक्षियों को प्रशिक्षण के दौरान बनारस के ऐतिहासिक और धार्मिक पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा। पुलिस आयुक्त ने महिला मुख्य आरक्षियों को आउटडोर प्रशिक्षण में फुटबॉल, बॉलीबॉल, बैडमिंटन गेम्स प्रतियोगिता आयोजित कराकर प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाली प्रतिभागियों को पुरस्कृत करने के निर्देश दिए। 

नले

इस दौरान अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय और कानून व्यवस्था) एस चन्नप्पा, पुलिस उपायुक्त लाइन्स प्रमोद कुमार, अपर पुलिस उपायुक्त श्रुती श्रीवास्तव, सहायक पुलिस आयुक्त लाइन्स डा. ईशान सोनी और सहायक पुलिस आयुक्त (प्रशिक्षु) नताशा गोयल मौजूद रहीं।

Share this story