पड़ोस के मुंह बोले भाई ने ही की मासूम की हत्या, छत पर ले जाकर किया दुष्कर्म, डर के कारण शव को पानी की टंकी में फेंका
डीसीपी ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि नदेसर की रहने वाली अनीता देवी ने 27 जून को कैंट थाने में अपनी बेटी के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके अनुसार, 26 जून की शाम से ही बच्ची लापता थी। दो दिन बाद बच्ची का शव उसके घर से 300 मीटर दूर काशीराज अपार्टमेंट में पानी की टंकी में मिला। उसके हाथ बंधे हुए थे। शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में सीसीटीवी व सर्विलांस के माध्यम से आरोपी को ढूंढ निकाला। कमिश्नरेट के कैंट थाने की पुलिस व क्राइम टीम ने शनिवार को आरोपी को पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी आशीष उर्फ़ गोलू नदेसर के राजाबाजार का रहने वाला है। वह बच्ची के पडोस में ही रहता था। बच्ची उसे भैया कहकर बुलाती थी। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि मृतका उसी के मोहल्ले में ही रहती थी। वह उससे अक्सर बात-चीत हुआ करती थी। 26 जून की शाम आरोपी ने बच्ची को बहला-फुसला कर अपने साथ चलने को कहा तो वह घर पर बताने चली गई। कुछ देर बाद बाहर आयी और ए-ब्लाक की ओर चली गई, जिस छत पर आरोपी ने उससे मिलने को कहा था। इसके बाद आरोपी ने वहां छत पर पहुंचकर बच्ची के साथ जबरदस्ती दरिंदगी की। जिसके बाद बच्ची बेसुध हो गई और कुछ देर में उसकी सांसें बंद हो गईं। आरोपी डर गया और बच्ची के हाथ पांव बांधकर सामने रखी पानी की टंकी में उसकी लाश को छुपाने की नियत से डालकर नीचे भाग आया।
गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम -
आरोपी की गिरफ़्तारी करने वाली टीम में कैंट इंस्पेक्टर अजय राज वर्मा, सब इंस्पेक्टर मनीष मिश्र प्रभारी SOG, सब इंस्पेक्टर आयुष पाण्डेय, दीवान प्रमोद सिंह, दीवान बृजबिहारी ओझा, दीवान चंद्रभान यादव, दीवान चालक सुरेन्द्र प्रसाद, सिपाही रमाशंकर यादव, सिपाही सचिन मिश्रा, सिपाही आलोक मौर्या, सिपाही राजन कुमार राव, सिपाही दिनेश कुमार, सिपाही बृजेश यादव, सिपाही मनीष बघेल, सिपाही अंकित मिश्र, सिपाही प्रेम पटेल व सिपाही मयंक सिंह शामिल रहे।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।