काशी आएंगे अखाड़े, बाबा विश्वनाथ की साधना करेंगे नागा सन्यासी, महाशिवरात्रि पर निकलेगी पेशवाई

vns
WhatsApp Channel Join Now

वाराणसी। महाकुंभ के बाद अखाड़ों के नागा संतों ने काशी कूच की तैयारी शुरू कर दी है। जल्द ही नागा सन्यासियों का जत्था काशी पहुंचेगा। काशी में घाटों पर धुनि रमाकर बाबा विश्वनाथ की साधना करेंगे। वहीं महाशिवरात्रि पर पेशवाई निकालेंगे। 

 vns

सात फरवरी तक नागा सन्यासियों के काशी पहुंचने की संभावना है। सबसे पहले शैव अखाड़े के संन्यासी काशी आएंगे। उसके बाद अनी एवं उदासीन अखाड़ों के साधु-संत पहुंचेंगे। सन्यासी भले ही काशी पहुंच जाएं, लेकिन उनकी धर्मध्वजा महाशिवरात्रि के बाद ही छावनी से उतारी जाएगी। महाकुंभ में वीर शैव संप्रदाय की आठ फरवरी को पालकी यात्रा निकाली जाएगी। इसमें दक्षिण भारत से इस संप्रदाय के 1600 अनुयायी आएंगे। संप्रदाय के चार पीठ के पीठाधीश्वर भी पहुंचेंगे। इसके बाद सभी अनुयायी काशी में महाशिवरात्रि तक रहेंगे।

 vns

जिन नागाओं की दीक्षा कुंभनगरी में हुई है, उनको अखाड़ों का प्रमाणपत्र काशी में मिलेगा। इसके साथ ही नए बने महामंडलेश्वर, महंत समेत रमता पंच के सदस्यों को भी काशी से ही नई मोहर छाप बनवानी पड़ेगी। महाकुंभ के साथ ही उनके पुराने सभी प्रमाण पत्र भी रद हो जाते हैं। अब इनको नए सिरे से बनवाया जाएगा।

vns

सभी अखाडों की ओर से महाशिवरात्रि पर पेशवाई निकाली जाएगी और संत बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन करेंगे। जूना अखाड़ा की पेशवाई हनुमान घाट मठ से निकलेगी। अखाड़ों के मठ राजघाट, दशाश्वमेध घाट, कबीरचौरा, कपिलधारा आदि इलाकों में स्थापित हैं। सभी अखांड़ों के साधु-संत काशी में होली मनाने के बाद अन्य शाखाओं के लिए प्रस्थान करेंगे।

Share this story