सांसद विरेन्द्र सिंह का 'अल्टीमेटम' : कादीपुर ओवरब्रिज के लिए वैकल्पिक मार्ग नहीं बना तो धरना तय

वाराणसी। चौबेपुर के कादीपुर में निर्माणाधीन ओवरब्रिज के कारण बंद मुख्य मार्ग से परेशान ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर है। महीनों से प्रशासन के खोखले वादों से त्रस्त ग्रामीणों को आज समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह ने नया आश्वासन दिया, लेकिन इस बार उनके तेवर कड़े थे। सांसद ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि जल्द वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था नहीं की गई, तो वे स्वयं ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठेंगे।
सांसद वीरेंद्र सिंह ने कादीपुर पहुंचकर निर्माणाधीन ओवरब्रिज का निरीक्षण किया और ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। ग्रामीणों ने बताया कि बंद मार्ग ने उनकी दिनचर्या को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है, और प्रशासन केवल "जल्द हो जाएगा" कहकर टालमटोल कर रहा है। मौके पर मौजूद उपमुख्य अभियंता (गति शक्ति) शशांक पाण्डेय को सांसद ने सख्त निर्देश दिए, "तय समय में वैकल्पिक मार्ग शुरू करें, वरना धरना अनिवार्य होगा।"
निरीक्षण के दौरान सेतु निगम के सहायक अभियंता आदर्श द्विवेदी, मैकेनिकल इंजीनियर डीएन चौरसिया, जिला पंचायत सदस्य धर्मेंद्र यादव, पूर्व एमएलसी प्रत्याशी उमेश यादव, जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी निलेश यादव, परानापुर के प्रधान पति जयश्याम यादव, जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी आशीष यादव, पांडेकपूरा के प्रधान संतोष, पूर्व जिला सचिव राकेश यादव, भीष्म यादव, बूथ प्रभारी जितेंद्र यादव, राजेश सिंह, दुर्गेश यादव सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
सवाल यह है कि क्या सांसद का यह अल्टीमेटम प्रशासन पर असर करेगा और ग्रामीणों को राहत मिलेगी, या यह आश्वासन भी पहले की तरह अधूरा रह जाएगा? स्थिति पर सभी की नजरें टिकी हैं।