गर्भपात से मना किया तो कोचिंग संचालक ने कर दी नाबालिग छात्रा की हत्या, शव को बोरे में पैक कर ट्रेन की बोगी में फेंका
प्रकरण के मुताबिक, बीते 19 फरवरी को ट्रेन के भीतर शौचालय के पास से किशोरी का शव बोरे में बरामद हुआ था। इसके दो दिन बाद किशोरी के परिजनों ने इस शव की अपनी बेटी के रूप में शिनाख्त की। इस मामले में किशोरी के पिता ने अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी।
किशोरी का शव मिलने के बाद आरोपी की गिरफ़्तारी को लेकर परिजनों व स्थानीय लोगों ने जिला मुख्यालय जबरदस्त तरीके से हंगामा भी किया था। पुलिस द्वारा आरोपी की गिरफ़्तारी को लगातार दबिश भी दी जा रही थी। इसी क्रम पुलिस व एसओजी की टीम ने सूचना पर आरोपी जंसा थाना क्षेत्र के रहने वाले कोचिंग संचालक संजय कुमार को दबिश देकर गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी संजय पटेल (43 वर्ष) जंसा थाना क्षेत्र के भिटकुरी गांव का निवासी है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने जो बताया वह सुनकर किसी के भी होश उड़ जाएंगे।
अपराध करने का तरीका
आरोपी संजय पटेल ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसके कोचिंग में छात्रा वर्ष 2022 में कक्षा 9 वी की कोचिंग करने आई थी। जो वर्ष 2023 मे कक्षा 10 वी की कोचिंग भी यही से की थी। वर्ष 2023 मे मई जून में मोनिका पाल से उसका लगाव बढ़ने लगा। इस दौरान उसने उसके साथ कई बार अवैध संबंध बनाये। नवम्बर 2023 में छात्रा द्वारा अपने गर्भवती होने की बात बताई तो वह बच्चा गिराने के लिए बोला। इस दौरान छात्रा ने अपनी बदनामी होने के डर से अस्पताल जाने से मना कर दिया। आरोपी दिसम्बर 2023 से ही छात्रा को रास्ते से हटाने का प्लान बनाने लगा।
नींद की दवा देकर दिया वारदात को अंजाम
इसके बाद आरोपी ने झूठ बोलकर 19 फरवरी को छात्रा को कोचिंग पर बुलाया। छात्रा भी तैयार हो गयी। आरोपी ने दोपहर के समय विश्वास में लेकर किशोरी को नींद की दवा खिल दिया और कहा कि इससे ब्लड ज्यादा बहेगा। इसके लिए उसने कमरे के बाहर चलकर इंजेक्शन लगाने को कहकर कोचिंग की बाउण्ड्री के पास ले गया और उसके मुंह मे पन्नी भरकर मुंह दबाकर हत्या कर दिया। आरोपी ने किशोरी के दुपट्टे से बैट वाली पोजीशन में उसके सिर व हाथ पैर को मोड़कर बांध दिया व बोरी में भरकर उसे सिल दिया।
बाइक पर लादकर शव ट्रेन में फेंका
इसके बाद उसने सुबह अपनी बाईक पर शव को लादकर सेवापुरी स्टेशन पर लखनऊ इण्टरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन डब्बे में दोनो शौचालयों के बीच वाले स्थान पर रख दिया। और सोचा कि दूर जाकर पुलिस को मिल भी जायेगी तो भी पहचान नहीं हो पाएगी और वह बच जायेगा। लेकिंन वह डेड बाडी बनारस स्टेशन पर 20-21 फरवरी वाली रात में ही मिल गयी। डीसीपी गोमती ज़ोन ने घटना का खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार रुपए नगद ईनाम देने की घोषणा की है।
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