मिशन शक्ति फेज-5: एक दिन के लिए छात्राओं ने संभाली प्रशासनिक जिम्मेदारी, कोई बनी मुख्य विकास अधिकारी तो किसी ने संभाला परियोजना निदेशक का पद
संजनीवनी राजेश बनीं एक दिन की मुख्य विकास अधिकारी
बीए प्रथम वर्ष की छात्रा संजीवनी राजेश को विकास भवन में एक दिन की मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) का दायित्व निभाने का अवसर मिला। मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने उन्हें अपने पद पर बैठाया और संजीवनी ने सरकारी योजनाओं और विकास विभाग से जुड़ी योजनाओं पर जानकारी प्राप्त की। संजीवनी ने कहा, "सीडीओ के रूप में काम करके मुझे गर्व की अनुभूति हो रही है और इसने मेरे भीतर जिम्मेदारी की भावना को विकसित किया है।" इस अवसर पर जिला प्रोबेशन अधिकारी सुधाकर शरण पांडेय समेत कई प्रशासनिक अधिकारी और फरियादी उपस्थित थे।
उन्नति पांडेय बनीं एक दिन की जिला कार्यक्रम अधिकारी
दूसरी ओर, कुमारी उन्नति पांडेय ने प्रतीकात्मक रूप से एक दिन के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) का दायित्व संभाला। उन्होंने बाल विकास और पुष्टाहार विभाग की योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के कार्यों को नज़दीक से समझा। उन्नति ने कहा, "इस अनुभव से मुझे कुपोषण और छोटे बच्चों की देखभाल के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है और मैं इस अवसर को अपने लिए गर्व की बात मानती हूं।" इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह और विभागीय स्टाफ भी उपस्थित थे।
स्नेहा सेन जायसवाल बनीं एक दिन की जिला समाज कल्याण अधिकारी
स्नेहा सेन जायसवाल, जो एक नेशनल ताइक्वांडो खिलाड़ी हैं और वर्तमान में यूपीएससी की तैयारी कर रही हैं, ने एक दिन के लिए जिला समाज कल्याण अधिकारी का पद संभाला। उन्होंने वृद्धा पेंशन योजना और सामूहिक विवाह योजना जैसी कल्याणकारी योजनाओं के कार्यों को समझा। स्नेहा ने कहा, "मिशन शक्ति अभियान के तहत इस पद पर काम करना मेरे लिए एक सम्मान की बात है, और मैं इसे अपने यूपीएससी की तैयारी के सपनों की ओर एक कदम के रूप में देखती हूं।" कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी गिरीश दूबे और विभागीय स्टाफ भी मौजूद थे।
रिया श्रीवास्तव बनीं एक दिन की परियोजना निदेशक, डीआरडीए
हुकूलगंज की रिया श्रीवास्तव ने एक दिन के लिए परियोजना निदेशक, ग्रामीण विकास अभिकरण (डीआरडीए) का पद संभाला। रिया ने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना और लाभार्थियों की प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा, "इस पद पर कार्य करना मेरे लिए गर्व की बात है और मैंने प्रशासनिक कार्यों को करीब से देखने का मौका पाया।" इस अवसर पर ग्रामीण विकास अभिकरण के स्टाफ के साथ कई अन्य लोग भी उपस्थित थे।
मिशन शक्ति के तहत एक दिन के लिए छात्राओं को प्रशासनिक जिम्मेदारियां देकर उन्हें न केवल आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है, बल्कि उन्हें नेतृत्व के गुणों से भी अवगत कराया जा रहा है।
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