अमेरिका में गूंजा बनारस की ममता पाल का परचम, वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में भारत को दिलाया गोल्ड
वाराणसी। बनारस की बेटी ममता पाल ने एक बार फिर साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और समर्पण के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। राजातालाब तहसील के बढ़ैनी खुर्द गांव की ममता ने अमेरिका के अलबामा राज्य के बर्मिंघम शहर में आयोजित वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स 2025 में 5000 मीटर क्रॉस कंट्री रेस में स्वर्ण पदक जीतकर भारत और उत्तर प्रदेश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है।
ममता वर्तमान में उत्तर प्रदेश पुलिस में आरक्षी (कॉन्स्टेबल) के पद पर कार्यरत हैं और भारत की 260 सदस्यीय प्रतिनिधि टीम का हिस्सा बनकर अमेरिका गई थीं। 1 जुलाई को हुए मुकाबले में ममता ने अपने जबरदस्त प्रदर्शन से दुनियाभर के धावकों को पछाड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया और गोल्ड मेडल अपने नाम किया। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि की खबर जैसे ही गांव पहुंची, पूरे इलाके में खुशी की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने ममता के घर पहुंचकर परिवारजनों को बधाई दी और फोन पर ममता से बात कर उन्हें शुभकामनाएं दीं। उनके माता-पिता की आंखों में गर्व के आंसू छलक पड़े। गांव के हर चेहरे पर ममता की जीत की खुशी झलक रही थी।
ममता के शुरुआती कोच डॉ. आर.के. पाल ने बताया कि ममता ने गांव के सरदार पटेल इंटर कॉलेज के साधारण मैदान से दौड़ की शुरुआत की थी। सीमित संसाधनों और ग्रामीण परिवेश में रहकर भी ममता ने कभी हार नहीं मानी और निरंतर अभ्यास और अनुशासन के बल पर यह मुकाम हासिल किया। इस मौके पर गांव के प्रमुख लोग जैसे डॉ. आर.के. पाल, प्यारेलाल, दीनू पाल, एडवोकेट संतोष कुमार पाल, डॉ. धर्मेंद्र कुमार पटेल, डॉ. राजेश पाल, डॉ. राकेश पाल और पप्पू पाल समेत अन्य ग्रामीणों ने ममता की सफलता को देश और गांव के लिए गर्व की बात बताया। ममता पाल की यह उपलब्धि न सिर्फ गांव की बेटियों के लिए, बल्कि पूरे देश के युवाओं के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बन गई है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि छोटे गांव से निकलकर भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमकना संभव है, बस इरादे बुलंद होने चाहिए।

