संसद भवन की कलाकृतियां बनाने वाले महेंद्र कोडवानी ने संत रविदास की प्रतिमा को दिया साकार रूप, 23 को काशी में पीएम करेंगे लोकार्पण
प्रतिमा की स्थापना पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में संत रविदास जी की जन्म स्थली सीर गोवर्धन पर की गई है। प्रतिमा इन्दौर में महेन्द्र ने अपने स्टूडियो पर 10 सहायक मूर्तिकारों के साथ मिलकर एक वर्ष में ब्रांज माध्यम में तैयार की है, प्रतिमा पच्चीस फिट ऊंची और पांच टन वजनी है। प्रतिमा में संत रविदासजी को खड़ी मुद्रा में आशोवाद की मुद्रा में उ.प्र. राज्य पर्यटन विभाग के निर्देश पर महेन्द्र ने तैयार किया है।
मोदीजी के संसदीय क्षेत्र में वाराणसी में जून 2023 में आयोजित G-20 कार्यक्रम के दौरान कलाकार महेन्द्र ने विभिन्न स्थानों पर 10 स्कल्पचर भी तैयार कर स्थापित किये हैं। महेंद्र ने उ.प्र. सरकार हेतु प्रयागराज में 31 फिट उंची महर्षि भारद्वाज प्रतिमा एवं 15 चौराहे हेतु स्कल्पचर, चित्रकूट में 15 फिट उंची ऋषि वाल्मिकी जी की प्रतिमा, उज्जैन हेतु 31 फिट ऊंची राजा विक्रमादित्य प्रतिमा स्थापित की गई है।
इसके साथ ही संसद भवन हेतु कई कलाकृतियां, भारत सरकार के दो मंत्रालय एवं कई एयरपोर्ट के साथ-साथ देश भर में कई महापुरुषों की प्रतिमाओं के निर्माण के अनुभव पर उ.प्र. राज्य ने संत रविदास प्रतिमा का कार्य महेन्द्र को सौंपा। प्रतिमा के अनावरण समारोह में मा. प्रधानमंत्रीजी के साथ उ.प्र. के यशस्वी मुख्यमंत्री योगीजी एवं अन्य महानुभव मौजूद रहेंगे।
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