महाकुंभ 2025 : रोजाना 1.66 लाख यात्रियों ने किया प्रयागराज का सफर, आमदिनों में मात्र 3500 यात्री

वाराणसी। महाकुंभ के दौरान काशी से प्रयागराज के बीच यात्रियों की आवाजाही काफी तेज रही। रोजाना 1.66 लाख यात्रियों ने वाराणसी से प्रयागराज का सफर किया। इस तरह 21 दिनों में 600 ट्रेनों से 35 लाख यात्री प्रयागराज गए। इस दौरान 29 जनवरी को 4.5 लाख और 30 को 4.73 लाख ने सफर किया। आमदिनों में यह आंकड़ा मात्र 3500 यात्रियों का है।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि वाराणसी, बनारस और वाराणसी सिटी स्टेशन से बड़ी संख्या में लोगों ने प्रयागराज, रामबाग और झूंसी के लिए सफर किया। वाराणसी से प्रयागराज के लिए 10 से 31 जनवरी तक 300 ट्रेनों का संचालन किया गया। वहीं 300 ट्रेनों ने उन्हें वापस लाया। अफसरों ने बताया कि यात्रियों की भीड़ को देखते हुए नियमित ट्रेनों के साथ ही स्पेशल गाड़ियां भी चलाई गईं। जनवरी माह के अंतिम दो दिनों में यात्रियों की संख्या सबसे अधिक रही।
दरअसल, महाकुंभ के बाद देश-विदेश से पहुंचे यात्रियों ने वाराणसी का रूख किया। वहीं जो लोग सीधे प्रयागराज नहीं पहुंच पाए, वे पहले काशी आ गए। यहां गंगा स्नान और दर्शन-पूजन के बाद प्रयागराज गए। ऐसे में रेलवे पर काफी दबाव बढ़ गया था। रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया। वहीं स्टेशनों पर निगरानी और सुविधाओं का विस्तार किया गया। ताकि यात्रियों को परेशानी न झेलनी पड़े।