अस्सी घाट पर महा मूर्ख दिवस: इस बार महाकुम्भ थीम पर सजेगा धुरंधर हास्य कवि सम्मेलन, मोनालिसा होंगी मुख्य अतिथि

इस वर्ष महा मूर्ख दिवस की पूर्व संध्या, यानी 31 मार्च को अस्सी घाट पर धुरंधर हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस 20वें संस्करण का आयोजन विशेष रूप से महाकुम्भ की थीम पर आधारित होगा। कार्यक्रम में आकर्षण का केंद्र महाकुम्भ में काफी चर्चित रही मोनालिसा की तस्वीर को मुख्य अतिथि के रूप में स्थापित किया जाएगा। मुख्य अतिथि मोनालिसा के दोनों ओर दो विशिष्ट अतिथि के रूप में असुर शुंभ और निशुंभ का मुखौटा लगाकर लोग बैठेंगे।
धुरंधर हास्य कवि सम्मेलन के इस 20वें संस्करण में मंच पर मौजूद कवियों और कवयित्रियों में से किसी एक को महाखड़मंडलेश्वर की विशिष्ट उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए एक अनोखी लॉटरी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। कार्यक्रम संयोजक डॉ. नागेश त्रिपाठी शांडिल्य ने बताया कि यह लॉटरी श्रोता दीर्घा में बैठी सबसे कम उम्र की महिला और सबसे अधिक उम्र के पुरुष द्वारा निकाली जाएगी। मंच पर विराजमान अन्य रचनाकारों को डिजिटल बाबा, क्रिटिकल बाबा, टेक्निकल बाबा, जलकल बाबा, लेजी बाबा, क्रेजी बाबा, पीजी बाबा और ईजी बाबा जैसी विशिष्ट उपाधियां प्रदान की जाएंगी।
डॉ. नागेश त्रिपाठी शांडिल्य ने यह भी बताया कि जिब्भी, गोहरी और बैल के गले में डाली जाने वाली घंटी से बनी माला का अर्पण मंच पर बैठे रचनाकारों को किया जाएगा। कवि सम्मेलन की शुरुआत से पहले रसड़ा, बलिया के हरिकेष प्रताप सिंह अपनी शानदार मिमिक्री से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे। वहीं, बक्सर (बिहार) से आमंत्रित उमेश कुमार जायसवाल महिला की आवाज में गीत प्रस्तुत करेंगे। सह संयोजक एड. रुद्रनाथ त्रिपाठी 'पुंज' ने बताया कि इस वर्ष चार की जगह पांच रचनाकारों को सम्मानित किया जाएगा।
इस वर्ष से शुरू किए जा रहे बीएचयू के प्रो. कौशल किशोर मिश्र स्मृति डिजिटल हास्य प्रसार सम्मान नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुराग टंडन को दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, पं. श्रीकृष्ण तिवारी स्मृति धुरंधर गीत सम्मान रांची के गीतकार कुमार बृजेंद्र को, पं. चंद्रशेखर मिश्र स्मृति धुरंधर ओज सम्मान बाराबंकी के कवि पं. रामकिशोर तिवारी को, पं. धर्मशील चतुर्वेदी स्मृति धुरंधर हास्य सम्मान छत्तीसगढ़ के हास्यकवि वंशीधर मिश्रा को, और पं. हरिराम द्विवेदी स्मृति लोक साहित्य सम्मान काशी के बदरी विशाल को प्रदान किया जाएगा।
इस भव्य कवि सम्मेलन में कुमार ब्रजेन्द्र रांची, रामकिशोर तिवारी बाराबंकी, वंशीधर मिश्र बिलासपुर छत्तीसगढ़, मुक्तेश्वर पाराशर मऊ, नज़र इलाहाबादी, आनंद श्रीवास्तव प्रयागराज, दिव्य प्रकाश राय सोनभद्र और स्थानीय कवियों सहित दर्जनों कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। यह आयोजन निश्चित रूप से दर्शकों के लिए हंसी और मनोरंजन का एक अविस्मरणीय अनुभव होगा।