एमपी सीएम डॉ. मोहन यादव ने कालभैरव दरबार में लगाई हाजिरी, बंधवाया काला धागा, दुकानदार से पूछा क्या खिलाओगे, चाव से खाया मलईयो

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वाराणसी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार देर रात एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे। सोमवार सुबह उन्होंने काशी कोतवाल काल भैरव मंदिर में विधि-विधान से दर्शन-पूजन किया। इस दौरान उन्होंने बाबा काल भैरव के चरणों में शीश नवाया और परंपरा के अनुसार हाथ में काला धागा भी बंधवाया। एमपी सीएम ने काशी की मशहूर मलईयों का स्वाद भी चखा। 

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पूजन के उपरांत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव काशी की तंग गलियों में निकल पड़े, जहां वे पूरी तरह बनारसी रंग में रंगे नजर आए। गलियों में चलते हुए उन्होंने स्थानीय लोगों और दुकानदारों से सहज अंदाज में बातचीत की। इसी क्रम में वे एक स्थानीय दुकान पर रुके और मुस्कुराते हुए दुकानदार से पूछा- “क्या खिलाओगे?”

दुकानदार ने उन्हें वाराणसी की प्रसिद्ध पारंपरिक मिठाई ‘मलाईयो’ परोसी, जिसका स्वाद मुख्यमंत्री ने बड़े चाव से लिया। मुख्यमंत्री का यह अनौपचारिक और आत्मीय व्यवहार वहां मौजूद लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया और स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय भी रहा। काशी भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बिना किसी औपचारिकता के गलियों का भ्रमण किया। इसके जरिये बनारसी संस्कृति, खान-पान एवं आमजन के जीवन से रूबरू होते दिखे। मंदिर दर्शन से लेकर गलियों में चहल-कदमी तक, हर पल में वे काशी की परंपरा और संस्कृति से जुड़े नजर आए।

काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन और काशी की गलियों में भ्रमण के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव वाराणसी से जौनपुर के लिए रवाना हो गए। जौनपुर में वे प्रदेश सरकार में खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीशचंद्र यादव के आवास करंजाकला, समसपुर पनियरिया में आयोजित तेरहवीं कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री का यह दौरा धार्मिक आस्था के साथ-साथ काशी की लोकसंस्कृति और सादगीपूर्ण जीवनशैली से जुड़ाव का प्रतीक माना जा रहा है।

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