डीएम के मुंह से कार्रवाई की बात सुनते ही बेहोश हो गए लेखपाल, पैमाइश के बावजूद कब्जा न दिलाने का मामला
वाराणसी। जिलाधिकारी के मुंह से कार्रवाई की बात सुनते ही लेखपाल बेहोश हो गए। इससे संपूर्ण समाधान दिवस में कुछ समय के असजह स्थिति पैदा हो गई। सहकर्मी उन्हें उठाकर दूसरे कमरे में ले गए। वहीं पानी पिलाया। इसके बाद होश में आए। पैमाइश के बावजूद कब्जा न मिलने की शिकायत पर डीएम ने लेखपाल को फटकार लगाई ।
शिवपुर थाना क्षेत्र के पिसौर निवासी तिलकधारी वर्मा ने सुनवाई के दौरान जिलाधिकारी को बताया कि वर्ष 2019 में उन्होंने अपनी जमीन की पैमाइश कराई। इसमें विपक्षी नरेंद्र यादव द्वारा करीब एक बिस्सा जमीन पर अवैध कब्जा किया गया था। उसकी बाउंड्री भी करा ली गई थी। इसकी पैमाइश के बाद यह तय हुआ कि मेरी जमीन इतनी है। 2019 से अब तक कई बार संपूर्ण समाधान दिवस में आ चुका हूं। लेखपाल को जब बोला जाता है तो यह एन-केन प्रकरेण केवल रिपोर्ट लगाकर भेज देते हैं।
जिलाधिकारी ने उपरोक्त मामले में जब लेखपाल को फटकार लगाते हुए कहा कि अवैध कब्जा किए हुए कब्जेदार के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई। बाउंड्रीवाल तोड़ी गई कि नहीं और पीड़ित को कब्जा क्यों नहीं दिलाया गया। इसका जवाब लेखपाल नहीं दे पाए। हांथ जोड़कर मांफी मांगते हुए डीएम का पैर छूने के लिए झुके। इससे डीएम उखड़ गए। उन्होंने लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई की बात कही। इतना सुनते ही लेखपाल मूर्छित हो गए। सहकर्मी उन्हें उठाकर दूसरे कमरे में ले गए और पानी पिलाया। इसके बाद लेखपाल होश में आए।
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