खादी के प्रति लोगों में बढ़ा रूझान, तीन करोड़ से अधिक की बिक्री, प्रदर्शनी का हुआ समापन
वाराणसी। चौकाघाट स्थित अर्बन हॉट परिसर में आयोजित 15 दिवसीय "मंडलीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी" का समापन उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल द्वारा किया गया। प्रदर्शनी में तीन करोड़ से अधिक की बिक्री हुई। इससे स्पष्ट है कि लोगों में खादी के प्रति रूझान काफी बढ़ा है।
मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने कहा कि ऐसे मेलों से कुटीर उद्योगों और खादी उत्पादों को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने प्रधानमंत्री के "लोकल फॉर वोकल" अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन कारीगरों और उद्यमियों को उचित मंच और बाजार प्रदान करते हैं।
प्रदर्शनी में कुल 113 स्टॉल लगाए गए थे, जिनमें 25 खादी और 88 ग्रामोद्योग स्टॉल शामिल थे। इसमें सीतापुर की चादर, प्रतापगढ़ का मुरब्बा, सोनभद्र की दरी, भदोही की कारपेट, बनारस की साड़ी, लकड़ी के खिलौने, पंजाब की फुलकारी, और उत्तराखंड की सदरी जैसे उत्पाद आकर्षण का केंद्र रहे। साथ ही, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली के उत्पादों ने भी लोगों का ध्यान खींचा।
प्रदर्शनी में कुल बिक्री 3 करोड़ 3 लाख रुपये दर्ज की गई। समापन समारोह में मंत्री ने मंडल स्तरीय पुरस्कार वितरित किए। अशोक कुमार जायसवाल को प्रथम पुरस्कार (₹15,000), मो. आफताब अहमद गाजीपुर को द्वितीय पुरस्कार (₹12,000), और ऊषा सिंह गाजीपुर को तृतीय पुरस्कार (₹10,000) प्रदान किया गया।
सांस्कृतिक प्रस्तुति के अंतर्गत मां मुंडेश्वरी म्यूजिक ग्रुप द्वारा देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए गए। परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी यू.पी. सिंह ने मंत्री का स्वागत करते हुए प्रदर्शनी की सफलता पर खुशी व्यक्त की। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, एमएलसी धर्मेंद्र राय, संयुक्त आयुक्त उद्योग उमेश कुमार सिंह, उप निदेशक हथकरघा अरुण कुमार कुरील और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।