रमेश्वरम से पैदल वाराणसी पहुंचे तीर्थयात्री, सागर के जल से हुआ श्री काशी विश्वनाथ का अभिषेक
वाराणसी। भक्तों के एक समूह ने दक्षिण भारत के रमेश्वरम से काशी तक 120 दिन की पैदल यात्रा पूरी की। इस यात्रा का मकसद था रमेश्वरम के पवित्र समुद्री जल से काशी विश्वनाथ मंदिर में भगवान शिव का अभिषेक करना, ताकि रामायण की परंपरा को फिर से जीवंत किया जा सके।

भक्तों ने करीब 2,800 किलोमीटर का रास्ता पैदल तय किया। इस दौरान वे कई राज्यों से गुजरे और भारतीय संस्कृति, एकता व भक्ति का संदेश फैलाया।
काशी पहुंचने पर काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट ने भक्तों का शानदार स्वागत किया। मंदिर में एक विशेष कार्यक्रम हुआ, जिसमें ट्रस्ट के लोग और पुजारियों ने यात्रियों को सम्मानित किया। सभी ने उनके समर्पण और मेहनत की तारीफ की। इसके बाद रमेश्वरम से लाए गए पवित्र जल से भगवान शिव का अभिषेक किया गया।

यह यात्रा ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को दर्शाती है। दक्षिण के समुद्र से उत्तर की गंगा तक, यह यात्रा आस्था और संस्कृति को जोड़ने का प्रतीक बनी। भक्तों ने इसे ऐतिहासिक पल बताया, जो सबके लिए प्रेरणा है।

