महाशिवरात्रि पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में उमड़ेगा श्रद्धालुओं का रेला, टूटेंगे रिकॉर्ड, सीईओ ने भक्तों से की ये अपील 

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वाराणसी। महाशिवरात्रि के अवसर पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों का रेला उमड़ेगा। मंदिर न्यास की ओर से विशेष तैयारियां की गई हैं। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ विश्वभूषण मिश्रा ने लोगों से अपील की है कि भीड़ को देखते हुए बहुत छोटे बच्चे, अशक्त लोग, बुजुर्ग लाइन में लगने की बजाय घर बैठे बाबा विश्वनाथ का ऑनलाइन लाइव दर्शन करें। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन नागा सन्यासियों के दर्शन होंगे। इससे कुछ समय के लिए सामान्य भक्तों के लिए दर्शन रोका जा सकता है। मंदिर प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी संभव इंतजाम किए गए हैं। 

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उन्होंने कहा कि इस बार महाकुंभ महाशिवरात्रि के साथ समाप्त हो रहा है। महाशिवरात्रि श्री काशी विश्वनाथ धाम का सबसे बड़ा उत्सव होता है। महाकुंभ इस समय पूरे विश्व का सबसे बड़ा उत्सव बना हुआ है। महाकुंभ शुरू होने के साथ ही श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच रही है। इस साल महाशिवरात्रि पर ऐसा प्रतीत हो रहा कि सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे। श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए श्री काशी विश्वनाथ धाम ने सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। 

उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि पर नागा सन्यासी भी दर्शन करने आते हैं। इससे तीन-चार घंटे सामान्य श्रद्धालुओं का दर्शन बाधित होता है। इस समय श्रद्धालुओं की संख्या बहुत अधिक है। लंबी लाइन लग रही है और बाबा के दर्शन को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में बहुत छोटे बच्चे, वृद्ध और अशक्त लोग घर बैठे ही बाबा विश्वनाथ के ऑनलाइन दर्शन कर सकते हैं। मंदिर न्यास के सभी चैनल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, टाटा स्काई पर बाबा का लाइव दर्शन कर सकते हैं। 

उन्होंने कहा कि जो दर्शनार्थी धाम में आ रहे हैं, वे यदि व्रत हैं तो खाली पेट लाइन में न लगें। कड़ी धूप में खाली पेट लाइन में लगने से उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि से पूर्व धाम में स्थित सभी महादेव का रुद्राभिषेक किया जाता है। यह आयोजन पिछले साल से शुरू है। इसे महाशिवरात्रि महोत्सव का नाम दिया गया था। इस बार भी इस महोत्सव की शुरुआत हो चुकी है। धाम में निकुंभ विनायक विग्रह की गणेश आराधना के साथ महोत्सव का शुभारंभ हो चुका है। महारुद्र के सभी विग्रहों का रुद्राभिषेक शुरू कर दिया गया है। महाशिवरात्रि की रात्रि साधना की रात्रि होती है, उस दिन धाम में महारुद्राभिषेक किया जाएगा। विश्व के कल्याण की कामना के साथ सभी सनातन संकल्प पूर्ण कराए जाएंगे।

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