काशी विद्यापीठ: चुनाव के पहले शुरू हुई सियासत, पूर्व MLC दीपक सिंह समेत छात्र नेता बैठे धरने पर
वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गांधी अध्ययन केंद्र में युवा महाकुंभ कार्यक्रम की अनुमति न मिलने को लेकर छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी है। NSUI संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं के साथ अब विपक्ष के वरिष्ठ नेता भी जुड़ चुके हैं। इनमें मुख्य रूप से पूर्व एमएलसी दीपक सिंह व अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हैं, जो कार्यक्रम रद्द होने से नाराज होकर धरने पर बैठ गए हैं।
लोकसभा चुनाव के पहले अब सियासत की तस्वीर सामने आनी शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में गुरुवार को वाराणसी में कांग्रेस नेताओं ने युवा महाकुंभ कार्यक्रम की अनुमति न मिलने पर धरना देकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के अध्ययन केंद्र में 14 मार्च को युवा महाकुंभ का आयोजन होना था। जिसमें विपक्षी दल के कई बड़े चेहरे शामिल होने वाले थे। इनमें तेजस्वी यादव, अजय राय समेत कई बड़े नेता इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने वाले थे, लेकिन विश्वविद्यालय की तरफ से राजनीतिक कार्यक्रम का हवाला देते हुए अंतिम समय में अनुमति रद्द कर दिया गया।
इस पर छात्र और नेता दोनों आक्रोशित हो गए। छात्रों ने जहां विश्वविद्यालय परिसर के अंदर हंगामा किया तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विश्वविद्यालय के बाहरी छोड़ पर गेट पर धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि पहले अनुमति मुझे मिल चुकी थी। लेकिन बाद में अनुमति रद्द की गई है यह सत्ता पक्ष के इशारे पर हुआ है।
दूसरी ओर कार्यक्रम रद्द होने के बाद विश्वविद्यालय में तनाव बना हुआ है। चारों गेट बंद करके पुलिस पूरे विश्वविद्यालय को छावनी में तब्दील की हुई है। वहीं छात्र कार्यक्रम को शुरुआत करने के लिए लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
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