काशी सांसद बाल कवि सम्मेलन का भव्य समापन, हजारों बाल प्रतिभाओं को मिला सृजनात्मक मंच
वारणसी। भारत की सांस्कृतिक राजधानी काशी में उभरती हुई बाल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन और अभिव्यक्ति का मंच प्रदान करने के उद्देश्य से “काशी सांसद बाल कवि सम्मेलन-2025” का सफल आयोजन किया गया। यह आयोजन 26 नवम्बर से 18 दिसम्बर के मध्य सम्पन्न हुआ, जिसमें जिले भर के हजारों छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।

काशी सांसद बाल कवि सम्मेलन में ऑनलाइन माध्यम से 39,059 तथा ऑफलाइन माध्यम से 3,233 पंजीकरण किए गए। इस प्रकार कुल 42,292 पंजीकरण हुए, जिनमें से 41,253 प्रतिभागियों ने वास्तव में प्रतियोगिता में भाग लिया। यह सम्मेलन वाराणसी लोकसभा क्षेत्र के तीन विकास खंड सेवापुरी, आराजी लाइन एवं काशी विद्यापीठ के विद्यालयों के साथ-साथ सम्पूर्ण नगर क्षेत्र के पांच जोन के विद्यालयों में आयोजित किया गया।

बाल कवि सम्मेलन 12 विभिन्न थीमों पर आधारित था, जिसमें दो श्रेणियां निर्धारित की गई थीं। प्रथम श्रेणी में कक्षा 6 से 8 तक तथा द्वितीय श्रेणी में कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। प्रतियोगिता के जनपद स्तर का आयोजन 18 दिसम्बर, 2025 को किया गया। दो दिवसीय जनपद स्तरीय प्रतियोगिता आयुक्त ऑडिटोरियम, वाराणसी में सम्पन्न हुई। प्रतियोगिता के दूसरे दिन कक्षा 9 से 12 वर्ग के 148 विजेता प्रतिभागियों ने अपनी काव्य प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

कार्यक्रम के अंतिम एवं समापन दिवस पर उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार (स्टाम्प, पंजीयन एवं निबंधन) श्री रविन्द्र जायसवाल, वाराणसी के महापौर श्री अशोक तिवारी, भाजपा महानगर अध्यक्ष श्री प्रदीप अग्रहरी, जिलाधिकारी वाराणसी, मुख्य विकास अधिकारी वाराणसी सहित अन्य सम्मानित अतिथियों ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।




इस अवसर पर बच्चों द्वारा माननीय जनप्रतिनिधियों के समक्ष काव्य पाठ प्रस्तुत किया गया। प्रत्युश चौरसिया, कौस्तुभ शुक्ला, कार्तिक यादव सहित अन्य प्रतिभाशाली बच्चों की कविताओं को जनप्रतिनिधियों ने सराहा और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
समापन समारोह में 24 बच्चों को विजेता प्रमाण पत्र एवं मेडल प्रदान किए गए। साथ ही सम्पूर्ण थीम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले तीन श्रेष्ठ विजेताओं को नगर निगम वाराणसी के सौजन्य से क्रमशः 50 हजार, 30 हजार एवं 20 हजार रुपये का नगद पुरस्कार चेक के माध्यम से प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त दोनों श्रेणियों में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले कुल 24-24 बच्चों को भी सम्मानित किया गया।

