बनारस घराने के कलाकारों के नाम पर होंगी काशी की सड़कें, कार्यकारिणी ने दी मंजूरी, मांस बिक्री पर पशु चिकित्साधिकारी को फटकार

वाराणसी। बनारस घराने के दिग्गज कलाकारों के नाम पर काशी की सड़कें और गलियों का नामकरण होगा। महापौर अशोक कुमार तिवारी की अध्यक्षता में हुई नगर निगम कार्यकारिणी की मीटिंग में प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। शहर की गलियों और सड़कों पर लगने वाले शिलापट्टों पर कलाकारों व महान विभूतियों के नाम दिखेंगे। इस दौरान खुले में मांस बिक्री की शिकायत पर पशु चिकित्साधिकारी को फटकार लगी।
भाजपा पार्षद मदन मोहन दुबे ने शहर की सड़कों, गलियों के शिलापट्टों पर संगीतकारों, कलाकारों और महान विभूतियों के नाम पर रखने का प्रस्ताव रखा। सदस्यों की सहमति के बाद महापौर ने गिरिजा देवी, उस्ताद विस्मिल्लाह खां, कठे महाराज, पंडित किशन महाराज, सिद्धेश्वरी देवी, जद्दन बाई, सामता प्रसाद उर्फ गुदई महाराज, डा. जयशंकर दुबे के नाम से सड़कों और गलियों के नामकरण को मंजूरी दी।
महापौर की अध्यक्षता में दोपहर पौने एक बजे से शाम साढ़े छह बजे तक चली बैठक में शहर में खुले में मांस की बिक्री का मुद्दा गरमाया। इस पर पशु चिकित्साधिकारी को सदन की डांट सुननी पड़ी। पेड़-पौधों का रखरखाव में लापरवाही पर उद्यान अधीक्षक को भी फटकार लगी। मेयर ने मच्छरों का प्रकोप कम करने के लिए शहर में फागिंग कराई जाए। वहीं पौधारोपण पर विशेष ध्यान दिया जाए।
इन मुद्दों पर चर्चा
नगर निगम कार्यकारिणी की मीटिंग में गर्मी को देखते हुए पानी का मुद्दा उठा। उपसभापति नरसिंह दास ने बताया कि कई हैंडपंप खराब हैं। कई रिबोर होने हैं। स्टैंड पोस्ट खराब हैं। कुओं की सफाई भी नहीं हुई है। कई इलाकों में दूषित पेयजल की सप्लाई हो रही है। मीटिंग में सीवर, स्ट्रीट लाइट, पार्षद कोटा का मुद्दा भी छाया रहा।
घर पर प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों को नहीं देना होगा लाइसेंस फीस
मेयर ने कहा कि घर पर प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों से लाइसेंस फीस नहीं ली जाएगी। इस मामले को लेकर आईएमए से जुड़े डॉक्टरों ने मेयर से मुलाकात की थी और राहत दिलाने की मांग की थी। दरअसल, शहर में कई डॉक्टर घर पर प्रैक्टिस करते हैं। नगर निगम उनसे लाइसेंस फीस लेता है।