वाराणसी में आईपीएल सट्टेबाज़ी रैकेट का पर्दाफाश: लंका क्षेत्र में सात शातिर गिरफ्तार, मोबाइल और नकदी बरामद

WhatsApp Channel Join Now
वाराणसी। लंका थाना क्षेत्र में चल रहे एक बड़े ऑनलाइन आईपीएल सट्टेबाज़ी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने सात सट्टेबाज़ों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त के निर्देश पर अवैध गतिविधियों की रोकथाम और युवाओं को सट्टा-जुए की लत से बचाने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत की गई।

पकड़े गए सभी अभियुक्त एक संगठित गिरोह के सदस्य थे, जो आईपीएल मैचों पर सट्टा लगवाने का काम कर रहे थे। यह गिरोह मोबाइल फोन, कैलकुलेटर, नोटबुक और डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से सट्टा संचालित कर रहा था, जिसमें ऑनलाइन लेन-देन और खेल समीक्षा के जरिए लोगों से पैसा वसूला जा रहा था।

पुलिस को एक विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली थी कि थाना लंका क्षेत्र के छित्तूपुर खास में कुछ लोग आईपीएल के मैचों पर सट्टा लगा रहे हैं। सूचना को गंभीरता से लेते हुए प्रभारी निरीक्षक शिवाकांत मिश्र की अगुवाई में एक टीम गठित की गई। तत्परता दिखाते हुए पुलिस टीम ने दबिश दी और मौके पर मौजूद सात अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।

vns

गिरफ्तार किए गए सट्टेबाज़ों में प्रमुख रूप से विश्वजीत सिन्हा, राजेश सिन्हा, दीपू सिन्हा (तीनों निवासी दशाश्वमेध क्षेत्र), विकास सोनकर, दीपक केशरी, विष्णु सेठ और संजय कुमार (सभी निवासी भेलूपुर क्षेत्र) शामिल हैं। पुलिस के अनुसार यह सभी व्यक्ति लंबे समय से इस अवैध कारोबार में संलिप्त थे और इनके तार बड़े रैकेट सरगना से जुड़े हुए हैं।

छापेमारी के दौरान पुलिस ने अभियुक्तों के पास से कुल 10 मोबाइल फोन (जिसमें से 8 एंड्रॉयड और 2 कीपैड मोबाइल), 2 कैलकुलेटर और 2 नोटबुक बरामद कीं। इन सभी उपकरणों में सट्टा से जुड़ी जानकारी, खिलाड़ियों पर लगाई गई बाजियों और लेन-देन के डिजिटल रिकॉर्ड मिले हैं, जिन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा।

गैंग बनाकर करते थे काम

पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे हर्षित खान चंदानी नामक व्यक्ति के संपर्क में थे, जो गोदौलिया क्षेत्र से ऑनलाइन सट्टा आईडी उपलब्ध कराता था। वही उन्हें ओला-वेट जैसे प्लेटफॉर्म्स पर सट्टे की आईडी मुहैया कराता था और उन्हें आगे बढ़ाकर कमीशन पर काम करवाता था। सट्टेबाज़ों ने यह भी कबूला कि उन्हें प्रत्येक सौदे पर 10 प्रतिशत कमीशन मिलता था और अधिकतर ट्रांजैक्शन ऑनलाइन किए जाते थे।

उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अब तक वे करोड़ों रुपये के सट्टे लगा चुके हैं और कई लोगों को इस अवैध गतिविधि से जोड़ चुके हैं। एडवांस में नकद लेन-देन के अलावा अधिकांश खेल डिजिटल मोड में संचालित होता था।

पुलिस की सराहनीय कार्रवाई

इस सफल छापेमारी में थाना लंका के प्रभारी निरीक्षक शिवाकान्त मिश्र, उपनिरीक्षक सौरभ तिवारी, प्र.उ.नि. सिद्धांत राय सहित कई कांस्टेबल—प्रमोद कुमार, मनोज सिंह, अमित शुक्ला, पवन यादव, कृष्णकांत पांडेय, सूरज सिंह शामिल रहे। 

गिरफ्तार सभी अभियुक्तों के खिलाफ थाना लंका में मु0अ0सं0 0140/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) बीएनएस एवं जुआ अधिनियम की धारा 3/4 में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अब इस गिरोह के सरगना हर्षित खान चंदानी की तलाश कर रही है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार करने की योजना है।
 

Share this story