भारत हिंदू राष्ट्र बनकर रहेगा- शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती 

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वाराणसी। गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य  ने बुधवार को कहाकि चाहे संविधान बदल जाए, लेकिन भारत हिंदू राष्ट्र बनकर रहेगा। 

अस्सी स्थित अपने आश्रम में पत्रकारों से बातचीत में शंकराचार्य ने पीएम नरेंद्र मोदी पर अमर्यादित टिप्पणी करने पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा की निंदा की। शंकराचार्य ने कहा पवन खेड़ा हीन व्यक्ति है और हीन व्यक्ति हीनता का परिचय देता है। किसी के कुल या सील पर बोलना शीलवान व्यक्ति का काम नहीं है। शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती पांच दिवसीय प्रवास पर वाराणसी पहुंचे हैं। वह यहां पांच दिनों तक चलने वाले संगोष्ठी, दीक्षांत और धर्मसभा में शामिल होंगे।

शंकराचार्य ने हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना, रामचरितमानस विवाद और धर्म परिवर्तन को लेकर पूछे गए प्रश्नों का जवाब दिया। रामचरितमानस विवाद पर कहा कि जो लोग ऐसी बातें कर रहे हैं वह अज्ञानी हैं। उनको हमारे सामने लाइए। हम उन्हें कई सारे तथ्य दिखा और पढ़ा देंगे। रामचरितमानस का अपमान जघन्यतम अपराध है। शंकराचार्य ने कहा कि यदि भारत हिंदू राष्ट्र घोषित होता है तो विश्व के 15 देश एक साल के भीतर अपने को हिंदू राष्ट्र घोषित कर देंगे। इन देशों का मानना है कि भारत की दिशाहीनता की वजह से उनके हाथ बंधे हैं। शंकराचार्य ने कहा कि हमें दैवीय आभाष हो रहा है। देश हिंदू राष्ट्र घोषित होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि जिसके दृष्टि में संभव होता है वही इतिहास की रचना करता है। मेरे लिए असंभव नहीं है हिंदू राष्ट्र की लहर चल पड़ी है। अब इसे कोई रोकने में समर्थ नहीं है। धर्म परिवर्तन के प्रश्न पर शंकराचार्य ने कहा कि यह आधुनिक शिक्षा की देन है जो इस तरह की चीजें सामने आ रही हैं। उन्होंने ‘दिल के टुकड़े हजार हुए कोई यहां गिरा कोई वहां गिरा‘ उदाहरण देते हुए कहा कि अभी एक लड़की शादी हुई थी और उसके 32 टुकड़े करके फेंक दिया गया। हो गया न लव जिहाद। उन्होंने कहा कि प्रेम की परिभाषा बोटी-बोटी काटना नहीं होता है। उन्होंने कहा कि मर्यादा का अतिक्रमण करेंगे, गोत्र इत्यादि का ध्यान नहीं रखेंगे, तो यही दशा होगी। उन्होंने कहा कि अगर अपने धर्म, गोत्र इत्यादि का ध्यान नहीं रखा जाएगा तो मातृशक्ति दूषित हो जाएगी और कुछ भी नही बचेगा।

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