ज्ञानवापी मामले में अंजुमन इंतजामिया ने जारी किया एक और लेटर, कहा – अंतिम सांस तक लड़ेंगे लड़ाई
इसमें उन्होंने अपनी कम्युनिटी को शुक्रवार को एकजुट होकर दिए गए समर्थन पर धन्यवाद तो दिया साथ ही साथ प्रशासन की कार्रवाई समेत देर रात सीआरपीएफ की तरफ से भी प्रशासन का साथ दिए जाने को लेकर निशाना साधा है। अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी की तरफ से उसके सेक्रेटरी मौलाना अब्दुल पाटिल नॉमिनी के लेटर में उन्होंने स्पष्ट तौर पर लिखा है कि ज्ञानवापी मस्जिद बनारस के दक्षिणी तहखाना में पूजा पाठ के जिला जज की तरफ से दी गई। अनुमति के बाद जिला प्रशासन ने रातों-रात यहां मूर्तियां रखवा दी, बल्कि सीआरपीएफ जैसी फोर्स जिसकी कार्य प्रणाली पर सभी को विश्वास था उसको भी साजिश में शामिल किया गया।
अब्दुल बातिन नोमानी ने अपने लेटर में अपनी कम्युनिटी के लोगों को धन्यवाद व्यापित करते हुए लिखा है कि आप सभी यह भरोसा रखिए कि हम इस लड़ाई को अंतिम सांस तक लड़ेंगे और मस्जिद की सुरक्षा और संरक्षण के लिए हम कोशिश जारी रखेंगे। वहीं इस बारे में मस्जिद कमेटी के जॉइंट सेक्रेटरी एसएम यासीन लगातार अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। उन्होंने अनौपचारिक बातचीत के दौरान इसको कहीं से भी सही नहीं बताया। उनका कहना था कि एक तरफा फैसला देकर हमारे सब्र का इम्तिहान लिया जा रहा है। हम जाएं तो किसके पास जाएं ना सुप्रीम कोर्ट हमारी सुन रहा है ना हाई कोर्ट जिला न्यायालय तो फैसला देकर अपना पल्ला झाड़ चुका है। ऐसे में हमारे सामने भी बड़ा संकट है फिर भी हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है कि हमारे साथ न्याय होगा और हमारी बात सुनी जाएगी।
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