काशी विश्वनाथ धाम में शिवमणि के ड्रम और राजेश के मेंडोलिन ने रचा सुरों का महाआलाप, हर हर महादेव के उद्घोष से गूंजा बाबा धाम
वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम में शनिवार की शाम संगीत प्रेमियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव लेकर आई। विश्वविख्यात तालवादक आनंदन शिवमणि, जिन्हें संगीत की दुनिया में 'शिवमणि' के नाम से जाना जाता है, उन्होंने अपने अद्भुत ड्रम वादन से काशी की पावन धरती को थिरका दिया। सांस्कृतिक मंच पर जैसे ही उन्होंने अपनी प्रस्तुति आरंभ की, पूरा परिसर तालियों की गूंज और सुरों की लय में डूब गया।

इस विशिष्ट अवसर पर शिवमणि के साथ मंच साझा किया देश के जाने-माने मेंडोलिन वादक राजेश ने। उनकी मोहक धुनों ने जब शिवमणि के तालों का साथ पाया, तो वह संगम एक अलौकिक संगीत अनुभव बन गया। दोनों महान कलाकारों की युगल प्रस्तुति ने श्रोताओं को भारतीय संगीत की गहराई, विविधता और समृद्ध परंपरा का सुंदर दर्शन कराया।
कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ, जिससे मंच पर आध्यात्मिक आभा फैल गई। जैसे-जैसे सुरों और तालों की लहरें वातावरण में गूंजती रहीं, वैसे-वैसे दर्शकों की भावनाएं इस संगीतमय अनुभव में और अधिक डूबती चली गईं।

इस सांस्कृतिक संध्या में काशी के स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ दूर-दराज से आए दर्शनार्थी, संगीत प्रेमी और गणमान्य अतिथि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान ‘हर हर महादेव’ के उद्घोषों से पूरा धाम गूंज उठा और कलाकारों की प्रस्तुति पर दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से अपनी सराहना व्यक्त की।

