आईआईटी बीएचयू की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों की जमानत ख़ारिज
प्रकरण के मुताबिक, आईआईटी बीएचयू के बीटेक की छात्रा पहली नवंबर की रात 1:30 बजे परिसर स्थित हॉस्टल से नाइट वॉक पर निकली थी। छात्रा के मुताबिक अगले चौराहे पर उसका एक दोस्त भी मिल गया और दोनों साथ चलने लगे। आरोप है कि परिसर स्थित करमनबीर बाबा मंदिर से थोड़ा पहले बुलेट सवार बृजइंक्लेव कॉलोनी (भेलूपुर) निवासी कुणाल पांडेय, जिवधीपुर (बजरडीहा) का सक्षम पटेल और आनंद उर्फ अभिषेक चौहान पहुंचे और छात्रा तथा उसके दोस्त को पकड़ लिया। असलहा दिखाकर दोनों को धमकाया। छात्रा को अलग ले गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। फोटो और वीडियो भी बनाई।
घटना सामने आने के बाद मामले ने काफी राजनीतिक तूल पकड़ा था। इस घटना के बाद काफी बड़ी संख्या में छात्रों ने आंदोलन किया और आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग करने लगे। घटना के 60 दिन बाद तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी। आरोपियों के एक राजनीतिक पार्टी से जुड़े होने की बात सामने आई थी। जिसके बाद पार्टी ने तीनों को निष्काषित कर दिया।
बीते 31 दिसंबर को पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। दो आरोपियों सक्षम पटेल और आनंद चौहान की ओर से जमानत के लिए अर्जी दी थी। कोर्ट ने अपराध की गंभीरता को देखते हुए जमानत अर्जी अर्जी निरस्त की है। जमानत अर्जी का विरोध एपीओ आनंद भाष्कर ने किया। लंका पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ एसीजेएम तृतीय पवन सिंह की अदालत में कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया है। कोर्ट ने बुधवार को तीनों आरोपियों को आरोप पत्र की प्रति उपलब्ध कराने के लिए तलब किया है।
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