बर्फीली हवाओं ने बनारस में बढ़ाई ठंड, धूप तो खिली, शाम में गलन रही बरकरार
वाराणसी व आसपास के जिलों में मौसम के एक साथ कई सिस्टम एक्टिव हैं। कभी धूप, कभी छांव, तो कभी गलन और कोहरे से जनजीवन काफी प्रभावित हो रहा है। बीते एक सप्ताह से गलन और शीतलहर ने लोगों की दुश्वारियां बढ़ा दी हैं।
बुधवार को दिन में धूप खिली, तो लोगों ने थोड़ी राहत महसूस की। हालांकि शाम होते होते गलन ने लोगों का जीना दूभर कर दिया। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अभी मौसम की आंख मिचोली जारी रहेगी। इस महीने के बाद से ही ठंड से निजात मिल सकेगी।
दूसरी ओर ठंड बढ़ने के कारण घाटों पर भी लोग कम ही नजर आ रहे हैं। पिछले कई महीनों से गुलजार रहे नमो घाट पर अब कम ही लोग जा रहे हैं। नियमित गंगा स्नान करने वाले भी बढ़ी ठंड में गंगा में डुबकी लगाने से कतरा रहे हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, वाराणसी में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं अधिकतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। मौसम के जानकार बताते है कि करीब 50 साल बाद जनवरी में दिन का अधिकतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। इसके पहले 2003 में अधिकतम तापमान जनवरी के महीने में 17.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अभी 28 जनवरी तक शीतलहर का कहर ऐसे ही देखने को मिलेगा।
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