वाराणसी में एचआईवी का खतरा, इस माह 1200 जांच में 19 पॉजिटिव केस मिले, ड्रग एडिक्शन संक्रमण की बड़ी वजह 

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वाराणसी। जागरुकता की कमी की वजह से एचआईवी जैसी खतरनाक बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। इस माह जिले में 1200 जांच में 19 पॉजिटिव केस मिले। असुरक्षित सेक्स के साथ ही ड्रग एडिक्शन भी संक्रमण की बड़ी वजह मानी जा रही है। ऐसे में चिकित्सकों ने युवाओं को इससे दूर रहने और संयमित जीवन जीने की सलाह दी है। 
 
जिला अस्पताल के असिस्टेंट सीएमएस डॉ. प्रेम प्रकाश सिंह ने बताया कि हर साल इसी तरह के आंकड़े देखने को मिलते हैं, लेकिन युवाओं में खास तौर पर जागरूकता की कमी खतरनाक संकेत है। उन्होंने कहा कि एचआईवी से बचाव का सबसे बड़ा उपाय सतर्कता और संयम है। ड्रग एडिक्शन इस बीमारी का एक प्रमुख कारण है, वहीं असुरक्षित यौन संबंध भी संक्रमण को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कहा कि इस पर नियंत्रण के लिए धार्मिक और नैतिक शिक्षा बेहद जरूरी है।

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डॉ. सिंह ने युवाओं को सलाह दी कि वे गलत संगत से बचें, अच्छे विचारों और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएं। इसके साथ ही उन्होंने ब्लड डोनेशन को लेकर भी सतर्क रहने की अपील की। उनका कहना है कि प्रोफेशनल ब्लड डोनर्स से ब्लड लेने की बजाय घर-परिवार या परिचितों से ब्लड लेना ज्यादा सुरक्षित है। इससे एचआईवी संक्रमण का खतरा काफी कम हो जाता है।

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सीएमओ के निर्देश पर जिले में लगातार जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। स्कूल, कॉलेज और सार्वजनिक स्थलों पर युवाओं को एचआईवी से बचाव के उपायों के बारे में बताया जा रहा है। इसके बावजूद भी पढ़े-लिखे युवाओं में लापरवाही की प्रवृत्ति संक्रमण फैलने की बड़ी वजह बन रही है। डॉक्टरों ने साफ संदेश दिया है कि एचआईवी से बचाव इलाज से कहीं बेहतर है। सतर्कता, सुरक्षित व्यवहार और सही जीवनशैली ही इस खतरनाक संक्रमण से बचने का सबसे मजबूत उपाय है।

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