विजयदशमी पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में हुआ भव्य शस्त्र पूजन, धार्मिक परंपराओं का किया गया पालन
वाराणसी। विजयदशमी के अवसर पर श्री काशी विश्वनाथ धाम चौक स्थित सांस्कृतिक मंच पर शस्त्रों का पूजन किया गया। यह पर्व शौर्य और वीरता का प्रतीक माना जाता है। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने शास्त्र सम्मत विधियों का पालन करते हुए शस्त्र पूजन संपन्न किया।
बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक विजयादशमी को दशहरा के नाम से भी जाना जाता है । इस दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध कर धर्म की पुनर्स्थापना की थी। शस्त्र पूजन के माध्यम से हम शस्त्रों के प्रति श्रद्धा अर्पित करते हैं और यह संकल्प लेते हैं कि इनका उपयोग धर्म, सुरक्षा और शांति की रक्षा हेतु किया जाएगा।
समारोह के दौरान शस्त्रों की विधिवत पूजा की गई और उपस्थित लोगों ने देश की अखंडता व सुरक्षा के लिए प्रार्थना की। इस आयोजन ने न केवल हमारी सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का कार्य किया, बल्कि समाज में एकता और जागरूकता का संदेश भी फैलाया। विजयादशमी का यह महोत्सव हम सभी को प्रेरित करता है कि हम अपने जीवन में सत्य, धर्म और नैतिकता का पालन करें।
मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि विजयदशमी पर सनातन धर्म में शस्त्र पूजा का विधान है। इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर दैत्य का वध किया था। इसके अलावा त्रेता युग में भगवान श्री राम ने नौ दिनों तक मां की आराधना कर रावण का वध किया था। शस्त्र पूजा इसलिए भी की जाती है कि हमें याद रहे कि जब कभी हमारे ऊपर संकट आता है, शस्त्र ही उससे निजात दिलाते हैं।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।