काशी में गोवर्धन पूजा समिति ने निकाली 8 किमी लंबी शोभायात्रा, सैकड़ों वर्ष पुरानी परम्परा का निर्वहन किया निर्वहन, झांकियों ने मोहा मन
वाराणसी। दीपावली के अगले दिन काशी में गोवर्धन पूजा का महोत्सव पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर गोवर्धन पूजा समिति के ओर से शुक्रवार को भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें श्रद्धालुओं के सिर पर केसरिया साफे की छटा देखते ही बन रही थी। सैकड़ों साल पुरानी परंपरा को निभाते हुए यादव समाज ने लहुराबीर से इस भव्य शोभायात्रा का आगाज किया, जो कि नमो घाट स्थित गोवर्धन धाम में संपन्न होगी।

गोवर्धन पूजा समिति के अध्यक्ष विनोद यादव 'गप्पू' ने बताया कि काशी में गोवर्धन पूजनोत्सव का यह 5244वां आयोजन होगा। शोभायात्रा हथुआ मार्केट से प्रारंभ होकर गोवर्धन धाम पहुंचेगी, जहाँ यह एक जनसभा में परिवर्तित हो जाएगी। गोवर्धन धाम पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम और ‘गोवर्धन श्री’ सम्मान समारोह का आयोजन होगा।

बताया कि शोभायात्रा में प्रमुख अतिथि के रूप में आजमगढ़ के सांसद धर्मेंद्र यादव को आमंत्रित किया गया है, जबकि राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव मुख्य वक्ता होंगे। विशिष्ट अतिथियों में पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव और अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक यादव शामिल होंगे।

क्या है पौराणिक मान्यता
कथा के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने मूसलधार वर्षा से बृजवासियों और गोपियों की रक्षा के लिए अपनी कनिष्ठा अंगुली पर गोवर्धन पर्वत उठा लिया था। तभी से दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पर्व पर पूजा करने की परंपरा शुरू हुई। इस परंपरा के अनुसार, काशी में हर साल गोवर्धन पूजा और शोभायात्रा का आयोजन होता है, जिसमें ढोल-नगाड़ों की थाप पर नाचते-गाते लोग सड़कों पर निकलते हैं और अलग-अलग झांकियां लोगों का मन मोहती हैं।

शोभायात्रा में झांकियों ने मोहा मन
शोभायात्रा शहर के प्रमुख स्थानों जैसे रामकटोरा, कबीरचौरा, मैदागिन, मछोदरी, मुकीमगंज, और भैसासुर घाट से होकर गुजरेगी। यात्रा का स्वागत शहर के विभिन्न स्थानों पर पुष्पवर्षा और तोरण द्वार से किया जा रहा है। इस बार यात्रा में मथुरा, वृंदावन, छत्तीसगढ़, प्रयागराज और झारखंड से आई झांकियां विशेष आकर्षण का केंद्र होंगी। यादव समाज के स्थानीय सदस्यों द्वारा यात्रा में जलपान, माल्यार्पण और अंगवस्त्रम से श्रद्धालुओं का स्वागत किया जाएगा। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में यादव समुदाय के लोग मौजूद हैं। यात्रा को लेकर लोग अत्यंत उत्साहित हैं।






















